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Last Modified: शनिवार, 1 मई 2021 (08:03 IST)

कोरोना: बिना वैक्सीन के मोदी सरकार ने आज से क्यों की टीकाकरण की घोषणा

कोरोना: बिना वैक्सीन के मोदी सरकार ने आज से क्यों की टीकाकरण की घोषणा - Modi Government vaccination program
कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत आज से 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोग वैक्सीन ले सकेंगे, लेकिन राज्यों का कहना है कि इसके लिए पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। केंद्र सरकार ने ऐलान किया है कि देश भर में एक मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण किया जाएगा।

28 अप्रैल से इसके लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिए गए। लेकिन कोविन और आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप पर बुकिंग की सुविधा अभी भी नहीं दिख रही है। वैक्सीन का इंतज़ाम करने की ज़िम्मेदारी राज्य सरकारों की है और ज़्यादातर राज्य फ़िलहाल अपने हाथ खड़े करते हुए दिख रहे हैं।

बीबीसी ने अलग अलग राज्यों में टीकाकरण की तैयारियों का जायज़ा लिया और जानने की कोशिश की क्या टीकाकरण एक मई से शुरू हो पाएगा?

दिल्ली - सीएम ने कहा, नहीं शुरू हो पाएगा टीकाकरण
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि शनिवार से तीसरे चरण का टीकाकरण नहीं शुरू हो पाएगा। उन्होंने जनता से अपील की है कि वे शनिवार को टीकाकरण केंद्रों के सामने लाइन ना लगाएं।
 
अपने बयान में उन्होंने कहा है, ''हमें अब तक वैक्सीन नहीं मिली है। हम कंपनियों के साथ लगातार संपर्क में हैं और उम्मीद है कि हमें कल या परसो तक वैक्सीन मिल जाएगी। कंपनी ने हमें यक़ीन दिलाया है कि कल या परसों तक तीन लाख कोविशील्ड की पहली खेप मिल जाएगी। आपसे निवेदन है कि कल टीकाकरण केंद्र के सामने लाइनें ना लगाएं, जैसे ही हमें वैक्सीन मिलेगी हम इसकी घोषणा करेंगे। इसके बाद जिन लोगों ने अपॉइंटमेंट बुक कर ली है, वे केंद्रो में जा कर टीके लगवा सकते हैं।''
 
''हमने दोनों ही कंपनियों से 67-67 लाख खुराक़ अगले तीन महीने के भीतर मांगा हैं, जिसका भुगतान दिल्ली सरकार करेगी। दिल्ली के लोगों को मुफ़्त में टीका लगेगा। हमारी पूरी कोशिश है कि आने वाले तीन महीने में पूरी दिल्ली को वैक्सीन लग जाए।''

उत्तर प्रदेश - 'न वैक्सीन मिली है न गाइडलाइंस'
बीबीसी के सहयोगी पत्रकार समीरात्मज मिश्र ने बताया कि राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समीक्षा बैठक के बाद कहा कि टीके की पर्याप्त आपूर्ति के लिए वैश्विक स्तर पर भी टेंडर जारी किए जाएंगे। तत्काल से एक करोड़ कोविड-19 वैक्सीन के ऑर्डर दिए जा चुके हैं।

राज्य के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक़, "सीरम इंस्टिट्यूट और भारत बायोटेक को 50-50 लाख डोज़ वैक्सीन का ऑर्डर दे दिया गया है। इसके अलावा लगभग पाँच करोड़ डोज़ के लिए ग्लोबल टेंडर जारी किया जाएगा। मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस कार्रवाई को जल्दी ही आगे बढ़ाया जाएगा।"
 
हालांकि इस टीकाकरण के लिए क्या कार्ययोजना बनाई गई है, इसे लेकर अभी राज्य भर में काफ़ी भ्रम की स्थिति है। राज्य सरकार की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि एक मई से 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का कोविड टीकाकरण प्रारम्भ हो रहा है, जिसके लिए ऑनलाइन पंजीयन अनिवार्य है। टीकाकरण केंद्रों पर कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जाए।
 
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, सरकार दावा भले ही कर रही है कि एक मई से टीकाकरण शुरू हो जाएगा, लेकिन इसकी संभावना अभी दूर-दूर तक नहीं दिख रही है।
 
स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, "अभी तक तो 60 साल और 45 साल से ऊपर की उम्र वालों के टीकाकरण का ही लक्ष्य पूरा नहीं हुआ है तो ऐसे में 18 साल से ऊपर की शुरुआत कैसे हो पाएगी।
 
कोविड संक्रमण बढ़ने के कारण टीकाकरण की रफ़्तार भी काफ़ी धीमी हो गई है। टीके की उपलब्धता भी बड़ा सवाल है। इसलिए एक मई से इसके शुरू हो पाने में संदेह है।

कई ज़िलों में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों में भी इस बात को लेकर संशय है कि न तो अभी ज़िलों में वैक्सीन आई है और न ही कोई गाइडलाइन जारी हुई है। ऐसे में 18 साल से ऊपर की उम्र वालों को टीका कैसे लग पाएगा।
 
बिहार और झारखंड में भी वही हाल
बीबीसी के सहयोगी पत्रकार नीरज सहाय के मुताबिक़ बिहार में एक मई से 18 से 44 साल के बीच उम्र के युवाओं का टीकाकरण नहीं हो सकेगा।

सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की ओर से एक साथ राज्यों को वैक्सीन की आपूर्ति नहीं कर सकने की वजह से ऐसा हुआ है। टीके की आपूर्ति होने के बाद ही सरकार 18 साल से अधिक आयु वर्ग के लोगों के टीकाकरण पर फ़ैसला लेगी और तरीख़ों की घोषणा करेगी।

इस संबंध में बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि "राज्य में वैक्सीन की उपलब्धता नहीं होने की वजह से इस आयु वर्ग के लोगों का रजिस्ट्रेशन तो किया जा रहा है, उनको टाइम स्लॉट और वैक्सीन सेंटर आवंटित नहीं किया जा रहा है।

अगले चरण के टीकाकरण के लिए ग्रामीण और शहरी इलाक़ों में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तक लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। फ़िलहाल लगभग 1500 वैक्सीन केन्द्रों पर टीकाकरण किया जा रहा है। झारखंड में भी वैक्सीन उपलब्ध नहीं होने के कारण शनिवार से टीकाकरण शुरू नहीं हो पाएगा।
 
छत्तीसगढ़ - केवल 1.03 लाख टीकों से शुरू होगा टीकाकरण अभियान
रायपुर से बीबीसी के सहयोगी पत्रकार आलोक प्रकाश पुतुल ने बताया है कि शुक्रवार को मंत्रिमंडल की बैठक में यह फ़ैसला किया गया है कि छत्तीसगढ़ में भी 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के टीकाकरण की औपचारिक शुरुआत एक मई से की जाएगी।
 
राज्य शासन के अनुरोध पर एक मई को भारत बायोटेक 1.03 लाख कोवैक्सीन भेजने के लिए राज़ी हो गई है।
भारत बायोटेक ने जून और जुलाई में राज्य को 25 लाख टीके उपलब्ध कराने की सहमति दी है। हालांकि राज्य सरकार के अधिकारियों का कहना है कि मई महीने में राज्य को भारत बायोटेक केवल तीन लाख कोवैक्सीन ही उपलब्ध कराएगी।

छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार ने अपने खर्च पर 18-44 वर्ष आयु समूह के लोगों के टीकाकरण की घोषणा की है। लगभग दो करोड़ 90 लाख की आबादी वाले छत्तीसगढ़ में इस आयु वर्ग की संख्या लगभग एक करोड़ 30 लाख है, जिनके लिए 2 करोड़ 60 लाख टीकों की ज़रूरत होगी।
 
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक मई से 18-44 आयु वर्ग के टीकाकरण की घोषणा तो कर दी लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि टीका आएगा कहां से?

कर्नाटक - सरकार ने की अस्पताल नहीं आने की अपील
बीबीसी के सहयोगी पत्रकार इमरान क़ुरैशी के मुताबिक़ 18 साल से अधिक की उम्र के लोगों के टीकाकरण की शुरुआत की उम्मीद कम ही लग रही है। 45 साल के अधिक उम्र के लोगों के लिए कर्नाटक के पास क़रीब 6 लाख डोज़ हैं, तो केरल के पास सिर्फ दो लाख।

कर्नाटक में अधिकारिक तौर पर 18 से 44 साल के लोगों से अपील की गई है कि वो सरकारी अस्पतालों में न आएं क्योंकि उन्हें सीरम इस्टिट्यूट से पर्याप्त टीके नहीं मिले हैं।

कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने एक पत्रकार वार्ता के दौरान कहा, "हम कर्नाटक के लोगों से अपील करते हैं कि वो अस्पतालों की तरफ़ न जाएं। जैसे ही हमारे पास सप्लाई आएगी हम जानकारी देंगे।" उनके मुताबिक़ कर्नाटक को अभी 99 लाख डोज़ मिली है जिसमें से 95 लाख 45 से अधिक उम्र के लोगों को दिए जा चुके हैं।
 
केरल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर शुक्रवार को बीबीसी से कहा, "हम कल टीकाकरण नहीं शुरू कर पाएंगे क्योंकि हमारे पास पर्याप्त स्टॉक नहीं हैं। आज रात तक हमारे पास 2 लाख से भी कम डोज़ बचेगी जो कि दूसरी खुराक की डिमांड को पूरा करने के लिए भी काफ़ी नहीं हैं।" "हम 18 से 44 वर्ष के लोगों का टीकाकरण कैसे शुरू कर पाएंगे, ये साफ़ नहीं है।"

असम - पर्याप्त मात्रा में नहीं है वैक्सीन
बीबीसी के सहयोगी पत्रकार दिलीप कुमार शर्मा के मुताबिक़ असम सरकार तीसरे चरण के तहत एक मई से 18 से 44 साल के उम्र के लोगों को वैक्सीन देने की तैयारियां कर रही है। लेकिन इस समय राज्य के पास वैक्सीन का पर्याप्त भंडार नहीं है। लिहाजा 18 साल से ज़्यादा उम्र वाले जो लोग कोविन पोर्टल या आरोग्य सेतु एप पर जाकर वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन कर रहें है उनकों यह नहीं बताया गया है कि किस दिन वैक्सीन लगेगी।

राज्य के स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक तथा टीकाकरण के प्रवक्ता मुनींद्र नाथ नगाटे ने बीबीसी से कहा, "18 से 44 साल के लोगों के लिए हमारी सरकार वैक्सीन ख़रीदने में लगी है। हमने इसके लिए सीरम इंस्टिट्यूट और भारत बायोटेक दोनों कंपनियों से संपर्क किया है। इन कंपनियों की तरफ़ से अभी तक कोई सूचना नहीं मिली है लेकिन आज हमें भारत सरकार की तरफ से एक पत्र मिला है कि हमें कुछ वैक्सीन मिलेगी।"

असम के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में 18 से 44 आयु वर्ग की कुल आबादी क़रीब एक करोड़ 8 लाख है। असम की करीब साढ़े तीन करोड़ आबादी में अबतक 23 लाख 34 हजार 513 लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है।
 
पश्चिम बंगाल- कब से मिलेगी वैक्सीन, अभी तक स्पष्ट नहीं
बीबीसी के सहयोगी प्रभाकर मणि तिवारी के मुताबिक़ पश्चिम बंगाल में 18 से 45 साल तक के लोगों को कोरोना की वैक्सीन देने का काम पहली मई से शुरू नहीं होगा।

राज्य सरकार ने हालांकि पहले इस उम्र वर्ग के लोगों का पांच मई से वैक्सीन देने की बात कही थी। लेकिन फ़िलहाल कोई यह बताने की स्थिति में नहीं है कि यह प्रक्रिया कब शुरू होगी।
 
राज्य सरकार ने केंद्र को तीन करोड़ वैक्सीन खरीदने के लिए पत्र भेजा है। फ़िलहाल दूसरी डोज़ के लिए वैक्सीन सेंटरों में भीड़ लगातार बढ़ रही है। वैक्सीन सेंटर पर बढ़ती और वैक्सीन नहीं मिलने से नाराज़ भीड़ पर अंकुश लगाने के लिए स्वास्थ्य सचिव ने पुलिस महानिदेशक और कोलकाता के पुलिस आयुक्त को पत्र लिख कर मौके पर सुरक्षा का इंतजाम करने को कहा है।
 
स्वास्थ्य निदेशक अजय चक्रवर्ती बताते हैं, "राज्य सरकार, सरकारी और निजी अस्पतालों के लिए तीन करोड़ वैक्सीन ख़रीदेगी। इनमें से एक करोड़ वैक्सीन निजी अस्पतालों को मुहैया कराई जाएगी। राज्य में 18 से 45 साल के डेढ़ करोड़ लोगों को वैक्सीन देने की तैयारी चल रही है।"
 
चक्रवर्ती ने बताया कि गुरुवार को क़रीब 1.33 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई गई। अब तक 1।07 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। राज्य को बीते 28 अप्रैल को कोविशील्ड की चार लाख डोज मिली थी। इससे पहले 21 अप्रैल को आखिरी बार कोवैक्सीन की एक लाख डोज मिली थी। दूसरी ओर, तमाम वैक्सीन सेंटरों पर वैक्सीन की दूसरी डोज लेने वालों की भारी भीड़ उमड़ रही है। आलम यह है कि लोगों को घंटों कतार में खड़े रहने के बावजूद वैक्सीन नहीं मिल पा रही है।
 
आंध्र प्रदेश और तेंलागाना - कई महीनों का करना पड़ सकता है इंतज़ार
तेलंगाणा में सरकार ने घोषणा की है कि 18 साल के ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन देने की प्रक्रिया शुरू होने में कुछ महीनों का समय लग सकता है। वहीं आंध्र प्रदेश में ये प्रक्रिया सितंबर तक शुरू हो सकती है।
 
जम्मू कश्मीर - नहीं शुरू होगा टीकाकरण
बीबीसी के सहयोगी पत्रकार मोहित कांधारी के मुताबिक केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर की सरकार ने शुक्रवार को एक अधिकारिक बयान जारी कर कहा है कि फ़िलहाल सरकार 18 से 44 वर्ष आयु के युवाओं के टीकाकरण अभियान को एक मई से शुरू नहीं कर सकती।

यह भी सूचना दी गई है कि सरकार ने 1.24 करोड़ टीकों का आर्डर बुक किया है और जैसे ही उनके पास सप्लाई आना शुरू हो जाएगी वो तारीख़ों की घोषणा करेगी।

जम्मू में एक चार्टर्ड अकाउंटेंट के कार्यालय में इंटर्न के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे ध्रुव महाजन ने बीबीसी हिंदी से कहा, "जिस प्रकार से कोरोना वायरस जम्मू कश्मीर में तेजी से फैल रहा है ऐसे में वैक्सीन ही एक सहारा बचा है और अगर उस में भी देरी की जाएगी तो आम आदमी की परेशानी और बढ़ जाएगी।"

उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश
बीबीसी के सहयोगी पत्रकार ध्रुव मिश्रा के मुताबिक़ ने उत्तराखंड उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव श्री अमित नेगी के अनुसार राज्य में 18-44 वर्ष आयु के लोगों का टीकाकरण वैक्सीन प्राप्त होने पर शुरू किया जाएगा। इस काम में क़रीब एक सप्ताह लग सकता है। राज्य सरकार केंद्र सरकार व वैक्सीन कम्पनियों से सम्पर्क में है।

हिमाचल में बीबीसी के सहयोगी अश्वनी शर्मा ने बताया कि वहां एक मई से 18 वर्ष से उपर के लोगों को वैक्सीन लगाए जाने का अभियान के शुरू होने में देरी होगी क्योंकि कंपनी ने स्टॉक उपलब्ध करवाने का शेड्यूल नहीं दिया है।
 
पंजाब और ओडिशा
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि वैक्सीन उपलब्ध नहीं होने के कारण 18 साल से अधिक उम्र से सभी लोगों के लिए फिलहाल टीकाकरण शुरू नहीं हो पाएगा। 26 अप्रैल को सीरम इंस्टिट्यूट से 30 लाख डोज़ मांगी गई थी, जिसकी उपलब्धता की जानकारी तीन से चार हफ़्तों में मिलेगी।
 
भुवनेश्वर में बीबीसी के सहयोगी पत्रकार संदीप साहू बताते हैं कि परिवार कल्याण निदेशक डॉ बिजय पाणिग्राही के अनुसार ओडिशा राज्य के पास इस समय 'कोविशील्ड' के केवल एक लाख 6 हजार डोज़ ही उपलब्ध हैं जबकि पहली डोज़ ले चुके 45 से 59 वर्ष आयु के 6 लाख से भी अधिक लोग अपनी दूसरे डोज़ के लिए इंतज़ार कर रहे हैं।
अगर वैक्सीन पहुंचती है तो टीकाकरण सोमवार यानी तीन मई को ही शुरू हो सकता है।
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