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Last Modified: शनिवार, 25 फ़रवरी 2017 (18:12 IST)

काम के दौरान सेक्स के लिए मिले ब्रेक!

काम के दौरान सेक्स के लिए मिले ब्रेक! - break during work to sex
मस्कोस स्वीडन के एक छोटे से शहर के काउंसलर हैं। वह इस हफ़्ते एक दिचलस्प प्रस्ताव के कारण सुर्खियों में हैं। उन्होंने प्रस्ताव रखा है कि म्यूनिसिपल कर्मियों को काम के दौरान सेक्स के लिए एक ब्रेक दिया जाएगा। उन्होंने बीबीसी से कहा, ''हमें एक-दूसरे को देखने की ज़रूरत है। यदि इससे रिलेशनशिप बेहतर होती है तो यह हमारे हक़ में है।''
युवाओं के लिए प्रलोभन : मस्कोस का यह रोचक आइडिया स्वीडन में प्रजनन दर बढ़ाने के लिए सबसे ताजा प्रस्ताव है। दुनिया भर के देशों के मुक़ाबले स्वीडन में शिशु जन्म दर काफी निराशाजनक है। वह इस प्रस्ताव के पास होने को लेकर आश्वस्त हैं। उन्होंने कहा कि अगले कुछ महीनों में उनका यह प्रस्ताव पास हो जाएगा।
 
इस नगर पालिका में 550 कर्मचारी हैं। इन्हें पहले से ही हर हफ़्ते एक घंटे का वक़्त फिटनेस के लिए मिलता है। यदि यह प्रस्ताव भी पास हो जाता है तो ये कर्मचारी अपनी पत्नी या पार्टनर के साथ निजी पल गुजार सकते हैं।
 
मस्कोस का कहना है, ''मेरे इस आइडिया का विरोध भी हो रहा है। कुछ लोगों का कहना है कि हमें इस बारे में बात नहीं करनी चाहिए। उनका मानना है कि लोग ख़ुद से ही इसे तय कर सकते हैं। हालांकि मुझे इस प्रस्ताव के लिए कोई अफसोस नहीं है।''
 
ओवेरटोर्नी उत्तरी स्वीडन का एक शहर है। यह फिनलैंड की सीमा पर है। यह उन शहरों में से एक है जहां जन्म दर लगातार गिर रही है। लगभग 4,500 की आबादी तेजी से गिर रही है, लेकिन औसत उम्र बढ़ रही है। मस्कोस का कहना है कि कई युवा स्कूल छोड़ने के साथ ही शहर छोड़ देते हैं।
हालांकि यह प्रस्ताव केवल जन्म दर बढ़ाने के लिए ही नहीं बल्कि लोगों के जीवनस्तर को सुधारने के लिए भी है- ख़ासकर महिलाओं के लिए। उन्होंने कहा, ''लोगों के पास करने के लिए बहुत कुछ है। यदि आप घर पर हैं तो आपके पास सोशल मीडिया है, आप अपने बच्चों को फुटबॉल और आइस हॉकी के लिए ले जाते हैं। आपके पास एक दूसरे का ख्याल रखने के लिए वक़्त नहीं होता है। बिना बच्चों के लोगों को एक साथ वक़्त नहीं मिलता है।''
 
मस्कोस ने कहा कि उनके इस प्रस्ताव से इन समस्याओं का निदान संभव है। उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव से शहर को और ज़्यादा रहने लायक बनाया जा सकता है। मस्कोस ने कहा कि यहां का जीवन बेहतर होगा तो युवाओं को शहर में रोका जा सकता है।
 
2010 में दक्षिण कोरिया के स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्टाफ को घर भेजने और प्रजनन दर बढ़ाने के लिए कड़ा क़दम उठाया था। महीने में एक बार शाम को सात बजे ही इमारतों में लाइट ऑफ करना शुरू किया था। दक्षिण कोरिया का शुमार ज़्यादा देर तक काम करने वाले देशों में है।
 
इस नियम के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय को 'मिनिस्ट्री ऑफ मैचमेकिंग' नाम से नवाजा गया था। पिछले दशक में रूस ने हर साल 12 सितंबर को गर्भाधान दिवस मनाने का नियम बना दिया था। यहां कई इलाक़ों में कपल नेशनल डे 12 जून को ठीक 9 महीने बाद बच्चे को जन्म देते हैं और उन्हें सरकार इनाम देती है।
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