कविता : कोयल रानी
डॉ. प्रमोद सोनवानी 'पुष्प' | शुक्रवार,मार्च 30,2018
कुहू-कुहू कर मीठे स्वर में, हमें बुलाती कोयल रानी। अमराई में तान सुरीली, उसकी लगती बड़ी सुहानी
कविता : निंदिया रानी आ जा री
डॉ. प्रमोद सोनवानी 'पुष्प' | शुक्रवार,फ़रवरी 23,2018
ओ मेरी निंदिया रानी, चुपके से तू आ जा री। मीठे सपनों में खो जाऊं,
कविता : उड़नखटोला पाते जी
डॉ. प्रमोद सोनवानी 'पुष्प' | शुक्रवार,फ़रवरी 23,2018
बढ़िया सा एक उड़नखटोला,काश! कहीं से पाते जी।अपने भैया अजय-विजय संग,
बाल कविता : नभ के तारे
डॉ. प्रमोद सोनवानी 'पुष्प' | बुधवार,फ़रवरी 21,2018
नभ में देखो प्यारे-प्यारे, चम-चम चमक रहे हैं तारे।अठखेलियां करते हैं हरदम,
कविता : हमको आगे बढ़ना है
डॉ. प्रमोद सोनवानी 'पुष्प' | गुरुवार,अक्टूबर 12,2017
मंजिल को जब है पाना,
खतरों से क्यों कर डरना।
बाधाओं से टकराकर,
हमको है आगे बढ़ना
कविता : दिवाली है खुशी मनाएं
डॉ. प्रमोद सोनवानी 'पुष्प' | गुरुवार,अक्टूबर 12,2017
दीप जले
हर गली-गली
गुपचुप क्यों बैठे हो भाई
नाचो-गाओ खुशियां बांटों
दीवाली है घर आई ।
बाल कविता : चलो मंगल ग्रह में
डॉ. प्रमोद सोनवानी 'पुष्प' | बुधवार,अक्टूबर 4,2017
हम भी भेज दिए हैं बच्चों
मंगल ग्रह को यह संदेश
सकल जहां से कम नहीं है
अपना प्यारा भारत देश
कविता : गांधी उसका नाम है
डॉ. प्रमोद सोनवानी 'पुष्प' | मंगलवार,अक्टूबर 3,2017
देश की संतान है
भारत मां की शान है
सत्य-अहिंसा हमें सिखाता
गांधी उसका नाम है
हिन्दी कविता : दहेजी दानव
डॉ. प्रमोद सोनवानी 'पुष्प' | मंगलवार,अक्टूबर 3,2017
दहेजी दानव ने बगराया
भारी भष्टाचार जी
इस दानव को मार भगाओ
है जन-जन का भार जी
बाल कविता : मेरा परिवार
डॉ. प्रमोद सोनवानी 'पुष्प' | मंगलवार,अक्टूबर 3,2017
मेरा छोटा सा परिवार ,
इससे हम करते हैं प्यार।
मम्मी-पापा सोनू -भैया,
करते मुझसे प्यार दुलार ।।1।।