Saturn enters Pisces 2025: 29 मार्च 2025 को शनि ग्रह खुद की कुंभ राशि से निकलकर बृहस्पति की मीन राशि में प्रवेश करेगा। यहां पर सूर्य और राहु के साथ शनि की युति बनेगी। इसके परिणाम स्वरूप पिशाच योग और सूर्य ग्रहण का योग बन रहा है। ऐसे में जानिए कि 12 राशियों पर क्या होगा इसका शुभाशुभ फल।
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2. वृषभ राशि: वृषभ राशि वालों के लिए शनि का गोचर एकादश भाव में होगा। इन राशि वालों के लिए शनि योग कारक ग्रह माने जाते हैं। अतः वृषभ राशि वालों के लिए आने वाले 2.5 साल बहुत अच्छे रहने वाले हैं। इसमें इनके आय के स्रोत बढ़ेंगे तथा रोजगार के नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं। वृषभ राशि वालों को संतान की चिंता रहेगी अथवा संतान से मतभेद हो सकते हैं एवं स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना पड़ेगा, आयु पक्ष में वृद्धि होगी।
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3. मिथुन राशि: मिथुन राशि वालों के लिए शनि का गोचर दशम भाव में होगा। इसके परिणाम स्वरूप मिथुन राशि वालों का संबंध अपने पिता से खराब होने की संभावना है या आपको पिता की सेहत का विशेष रूप से ध्यान रखना पड़ेगा। कर्म स्थान में शनि का रहना कार्य क्षेत्र में रुकावट का संकेत है अतः कार्य क्षेत्र में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है एवं जीवनसाथी से मतभेद हो सकते हैं, मिथुन राशि वालों के लिए विदेश यात्रा के योग बनेंगे।
5. सिंह राशि: सिंह राशि वालों के लिए शनि का गोचर अष्टम भाव में होगा जिसके चलते आपकी राशि पर शनि की आठवीं ढैय्या प्रारंभ होगी। ढैय्या के प्रभाव से सिंह राशि वालों को आर्थिक हानि उठानी पड़ सकती है तथा व्यक्ति के पारिवारिक मतभेद बढ़ेंगे। ढैय्या के प्रभाव से कार्य क्षेत्र में भी रुकावटें आएंगी, कार्य सिद्धि में परेशानी हो सकती है शनि का गोचर सिंह राशि वालों के लिए अच्छा नहीं है।
7. तुला राशि: तुला राशि वालों के लिए शनि का गोचर छठे भाव में होगा, छठे भाव में शनि के होने से इन राशि वालों का पराक्रम बढ़ेगा तथा शत्रु पक्ष निर्बल होगा एवं कर्ज से मुक्ति मिलेगी, तुला राशि वालों का स्वास्थ्य शनि के प्रभाव से अच्छा होगा तथा आयु वृद्धि होगी। इन राशि वालों के विदेश यात्रा के योग बनेंगे, परंतु छोटे भाई बहनों से मतभेद हो सकते हैं।
8. वृश्चिक राशि: आपकी कुंडली के चतुर्थ से पांचवे भाव में शनि का गोचर घर, परिवार, संतान और नौकरी को प्रभावित करेगा। यह कई तरह की भौतिक सुख साधन भी बढ़ाएगा। समाज में आपका मान सम्मान बढ़ेगा। घर के सदस्यों के प्रति आपका प्रेम और स्नेह भी बढ़ेगा। कार्यक्षेत्र में आय में वृद्धि के भरपूर योग बनाएगा। विदेश यात्रा के योग भी बन रहे हैं। नया वाहन, नई संपत्ति और पैतृक संपत्ति से आपको आने वाले समय में लाभ मिल सकता है। हालांकि आपकी राशि पर ढैय्या मार्च में समाप्त हो जाएगी परंतु आपको शनि के मंदे कार्य से बचकर रहना होगा अन्यथा कार्य में विघ्न उत्पन्न होगा।
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9. धनु राशि: धनु राशि वालों के लिए शनि का गोचर चौथे भाव में होने वाला है जिसके चलते शनि के प्रभाव से ढैय्या का चक्र प्रारंभ होगा। शनि की ढैया से आपकी माता की सेहत खराब हो सकती है। मानसिक अशांति हो सकती है तथा आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। माता की सेहत का विशेष रूप से ध्यान रखें।
10. मकर राशि: मकर राशि वालों के लिए शनि का गोचर तीसरे भाव में होगा। शनि का गोचर मकर राशि वालों के लिए विशेष फल देने वाला सिद्ध होगा। आपकी राशि पर से शनि की साढ़े साती का प्रभाव समाप्त होगा जिससे चलते आपके पराक्रम में वृद्धि होगी और भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा तथा कर्ज से मुक्ति मिलेगी।
11. कुंभ राशि: आपकी कुंडली के लग्न भाव से निकलकर शनि दूसरे भाव में गोचर करेंगे जोकि धन और घर परिवार का भाव है। इससे कार्यक्षेत्र में उन्नति के चलते आप अपार धन प्राप्त करेंगे। साल 2027 तक आपका समय बेहतरीन रहने वाला है।आप अगर इस दौरान मेहनत करते हैं तो आपको उस मेहनत का कई गुना लाभ मिलेगा। घर परिवार के सदस्यों का सहयोग मिलेगा। आपकी राशि में शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है। इसलिए आपको गुरु और शुक्र के उपाय करना चाहिए।
12. मीन राशि: सूर्य ग्रहण वाले दिन शनि का मीन राशि में गोचर इस राशि के जातकों के लिए चुनौतियां ला सकता है। स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें, आर्थिक समस्याएं और व्यक्तिगत जीवन में तनाव संभव है। ध्यानपूर्वक कार्य करने की आवश्यकता है। प्रथम भाव में ग्रहण होने से आत्मविश्वास में कमी और शारीरिक स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव संभव है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें और आत्ममंथन करें।