Guru Gochar 2025 : 3 गुना अतिचारी हुए बृहस्पति, 3 राशियों पर छा जाएंगे संकट के बादल
Transit of Jupiter in Taurus 2024: 1 मई 2024 बुधवार को बृहस्पति ग्रह वृषभ राशि में प्रवेश कर गए हैं। इस बार बृहस्पति इस राशि में 3 गुना अतिचारी हो रहे हैं। गुरु के अतिचारी होने से 3 राशियों के लिए काम में अड़चनें, कार्यक्षेत्र में समस्या, आर्थिक स्थिति में परेशानी, विवाह, संतान, भाई-बहनों के साथ मनमुटाव या फिर दुर्घटना के योग बन रहे हैं। इसलिए इन तीन राशियों को थोड़ा संभलकर रहने की जरूरत है।
क्या है अतिचारी होना : गुरु एक राशि में करीब 1 साल तक रहते हैं। ऐसे में एक राशि में दोबारा आने में करीब 12 साल का वक्त लगता है। लेकिन इस बार गुरु 1 वर्ष से भी कम समय में वृषभ राशि में तेज गति से चलते हुए अगली राशि में वक्री गति करेंगे और पुन: वृषभ राशि में लौट आएंगे। गुरु को 40 दिनों के लिए नीच स्थान का होना था लेकिन इस समय उनकी गति 3 गुना अधिक है और इस वजह से वो नवमांश कुंडली में केवल 18 दिनों के लिए ही नीच के रहने वाले हैं।
1. धनु राशि : आपकी कुंडली के छठे भाव में गुरु का अतिचारी होना रोग और शत्रुओं को सक्रिय कर देगा। यानी आपको अचानक से कोई रोग हो सकता है। ऐसे में सतर्क रहने की जरूरत है। इसी के साथ आप नौकरी या व्यापार में क्षेत्र में काम कर रहे हैं तो शत्रुओं से सावधान रहें। किसी भी तरह का नुकसान पहुंचा सकते हैं। षड्यंत्र से बचकर रहना होगा। आपके कार्यों में अड़चन और रुकावट आने की संभावना है। मानसिक तनाव रहेगा। वाहन चलाते वक्त भी सावधानी रखें।
2. तुला राशि : आपकी कुंडली के आठवें भाव में गुरु अतिचारी हैं। यह अचानक से होने वाली दुर्घटना, नुकसान, धनहानि और संबंधों में खटास को दर्शाता है। इसलिए इस दौरान आपको कष्टों का सामना करना पड़ सकता है। ऑफिस का माहौल भी कष्ट भरा रहेगा। आपके खर्चे बढ़ जाएंगे, कर्ज लेना पड़ सकता है। सेहत और शत्रुओं को लेकर भी आप सतर्क रहें। आपका अपने भाई-बहनों के साथ भी मनमुटाव हो सकता है। ससुराल पक्ष से भी तनाव रहेगा।
3. मीन राशि : आपकी कुंडली के तीसरे भाव के अतिचारी गुरु का गोचर आलस्य को बढ़ा देगा। भाग्य को कमजोर कर देगा। आपका किसी भी तरह के काम में मन नहीं लगेगा। आपके शत्रु आपके खिलाफ कोई षड्यंत्र रच सकते हैं। आपको सतर्क रहने की जरूरत है। व्यापारियों के काम भी अटक सकते हैं। बेवजह यात्राएं करनी पड़ सकती हैं। वाहन संभलकर चलाएं। निर्णय क्षमता पर नकारात्मक असर होगा।