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Last Updated : गुरुवार, 3 मार्च 2022 (17:09 IST)

रशिया यूक्रेन युद्ध से कब मुक्त होंगे? क्या कहती है सितारों की गणना

रशिया यूक्रेन युद्ध से कब मुक्त होंगे? क्या कहती है सितारों की गणना - Russia ukraine war Astrological Analysis
Russia ukraine war Astrological Analysis: वर्तमान में रूस या रशिया और यूक्रेन के बीच जो युद्ध छिड़ा हुआ है या जंग छिड़ी हुई है उसका कारण शनि के मकर राशि में गोचर और यहां पर अन्य ग्रहों की युति का माना जा रहा है। ज्योतिष गणना के अनुसार जब से शनि अपनी स्वराशि मकर में गया है तभी से देश-दुनिया के हालत बदल गए हैं। शनि ने 24 जनवरी 2020 को मकर राशि में प्रवेश किया था तभी से दुनिया में महामारी और प्राकृतिक आपदा के साथ ही जनत्रासदी का दौर प्रारंभ हुआ था। अब इसी राशि में अन्य ग्रहों की युतियों ने हालात को और भी बदतर कर दिया है। अब देखते हैं कि कब तक रहेंगे युद्ध के हालात।
 
मकर राशि में ग्रहों का योग : मकर राशि में गुरु के प्रवेश (14 सितंबर 2021) के बाद हालात में सुधार हुआ था परंतु गुरु के कुंभ (20 नवंबर 2021) में गोचर करने के बाद मकर में (29 दिसंबर) बुध ग्रह के प्रवेश से युद्ध के हालात पैदा हो गए और मंगल के प्रवेश (26 फरवरी) करने के पूर्व ही युद्ध प्रारंभ हो गया। फिर शुक्र ने इसी राशि में प्रवेश करके (27 फरवरी) को हालात को और बिगाड़ दिया।
 
 
बुध : अब बुध ग्रह 6 मार्च को मकर राशि से निकलकर कुंभ में जाएगा। इसके बाद 18 मार्च, 2022 को बुध ग्रह इसी राशि में अस्त हो जाएगा। फिर 24 मार्च, 2022 को मीन राशि में गोचर करेगा।
 
मंगल : 26 फरवरी को मंगल ने मकर में किया था प्रवेश जो अब 7 अप्रैल को मंगल का शनि की राशि कुंभ में होगा प्रवेश, जहां वह 17 मई 2022 तक रहेगा।
 
शनि का मकर में गोचर : शनि 24 जनवरी 2022 से मकर राशि में हैं जो अब 29 अप्रैल 2022 को वे मकर से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे।
 
शुक्र : 27 फरवरी 2022 को शुक्र मकर राशि में गोचर जाने के बाद अब वे 27 अप्रैल तक यहीं रहने के बाद मीन राशि में प्रवेश करेंगे। इसके बाद 23 मई को मेष राशि में गोचर करेंगे।
Third world war
कालसर्प योग : वर्तमान में 27 जनवरी से कालसर्प योग पुन: प्रारंभ हो गया है जो रविवार, 24 अप्रैल 2022 तक रहेगा। अर्श से फर्श पर और फर्श से अर्श तक की पोजीशन बनेगी अर्थात अचानक से कुछ लोगों का जीवन चमक जाएगा और कुछ का सबकुछ खत्म हो जाएगा। यही है कालसर्प योग का कमाल।


निष्कर्ष : इसका मतलब यह कि मंगल के राशि परिवर्तन से यानी 7 अप्रैल से हालात में सुधार होंगे और इसके बाद फिर से 29 अप्रैल को मंगल का कुंभ राशि में शनि से मिलन होगा और फिर दंगल होगा। इसके बाद 17 मई को मंगल जब कुंभ से निकलकर दूसरी राशि में गोचर होगा तब देश दुनिया को इस युद्ध से राहत मिलने के आसार है परंतु यह भी आशंका व्यक्ति कि जा रही है कि 7 अप्रैल तक रशिया और यूक्रेन के युद्ध में किसी बड़े देश ने सैन्य दखल नहीं किया तो सबकुछ ठीक हो जाएगा परंतु यदि यूक्रेन को सैन्य मदद मिलना प्रारंभ हुई तो फिर हालात को सुधारना मुश्किल होगा। यह भी कहा जा रहा है कि आने वाले समय में चीन कोई बड़ा फैसला ले सकता है।

अमेरिका और नेटो के द्वारा रूस और चीन को बार बार उकसाए जाने से आने वाले समय में हम खतरनाक मंजर को देखेंगे। ज्योतिष गणना के अनुसार 17 मई तक सभी को संयम रखने की जरूरत है। अन्यथा मंगल और शनि की युति देश और दुनिया को तीसरे युद्ध में झौंक देगी।
 
 
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