नवंबर माह के शुभ-अशुभ योग, जानिए
कार्य-सिद्धि योग सकारात्मक ऊर्जा से सम्पन्न होते हैं। इसी कारण किसी भी नए कार्य को शुरू करने से पहले शुभ योग-संयोग को देख-परख लेना श्रेष्ठ होता हैं। अगर आपको किसी भी माह में नया कार्य आरंभ करना हो तो शुभ योग-संयोग देखकर किया जाए तो सफलता निश्चित रूप से मिलती है। आपके लिए प्रस्तुत हैं नवंबर 2016 के शुभ-अशुभ योग। आइए जानें :-
नवंबर माह के कार्य-सिद्धि योग
दिनांक |
समय |
02 नवंबर |
प्रात: 06.10 से सायं 05.57 तक |
06 नवंबर |
प्रात: 06.12 से देर रात्रि 03.14 तक |
07 नवंबर |
प्रात: 06.13 से देर रात्रि 04.18 तक |
11 नवंबर |
देर रात्रि 01.00 से देर रात्रि 06.15 तक |
13 नवंबर |
प्रात: 06.17 से सायं 07.36 तक |
15 नवंबर |
प्रात: 06.18 से दिन 01.17 तक |
16 नवंबर |
समस्त |
17 नवंबर |
देर रात्रि 05.37 से देर रात्रि 06.20 तक |
18 नवंबर |
प्रात: 06.20 से देर रात्रि 04.16 तक |
26 नवंबर |
दिन 03.04 से देर रात्रि 06.26 तक |
28 नवंबर |
रात्रि 09.04 से देर रात्रि 06.35 तक। |
अमृत सिद्धि योग
02 नवंबर |
प्रात: 06.10 से सायं 05.57 तक |
11 नवंबर |
देर रात्रि 01.00 से देर रात्रि 06.15 तक |
सर्वदोषनाशक रवि योग
02 नवंबर |
सायं 05.57 से 03 नवंबर रात्रि 08.46 तक। |
04 नवंबर |
रात्रि 11.21 से 05 नवंबर देर रात्रि 01.33 तक। |
06 नवंबर |
प्रात: 07.34 से देर रात्रि 03.14 तक। |
08 नवंबर |
प्रात: 04.37 से 09 नवंबर देर रात्रि 04.09 तक। |
12 नवंबर |
रात्रि 10.31 से 13 नवंबर सायं 07.36 तक। |
18 नवंबर |
देर रात्रि 04.16 से 19 नवंबर दिन 01.40 तक। |
19 नवंबर |
देर रात्रि 03.44 से 20 नवंबर देर रात्रि 04.02 तक। |
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द्विपुष्कर (दो गुना फल) योग
26 नवंबर |
प्रात: 06.26 से दोपहर 10.11 तक। |
त्रिपुष्कर (तीन गुना फल) योग
01 नवंबर |
प्रात: 06.09 से दोपहर 03.00 तक। |
06 नवंबर |
दोपहर 12.17 से देर रात्रि 03.14 तक। |
विघ्नकारक भद्रा
03 नवंबर |
सायं 07.45 से 04 नवंबर प्रात: 08.52 तक |
07 नवंबर |
दोपहर 01.10 से देर रात्रि 01.16 तक। |
10 नवंबर |
रात्रि 10.18 से 11 नवंबर प्रात: 09.13 तक। |
13 नवंबर |
रात्रि 11.18 से 14 नवंबर प्रात: 09.21 तक। |
16 नवंबर |
रात्रि 10.03 से 17 नवंबर प्रात: 08.23 तक। |
19 नवंबर |
देर रात्रि 02.18 से 20 दोपहर 2.00 बजे तक। |
23 नवंबर |
दिन 04.27 से देर रात्रि 05.26 तक। |
27 नवंबर |
दोपहर 12.47 से देर रात्रि 02.04 तक। |
पंचक
08 नवंबर |
दिन 04.33 से 12 नवंबर रात्रि 10.31 तक |
मूल-संज्ञक नक्षत्र
रेवती अश्विनी |
11 नवंबर देर रात्रि 01.00 से 13 नवंबर सायं 07.36 तक। |
आश्लेषा मघा |
19 नवंबर देर रात्रि 03.44 से 21 नवंबर देर रात्रि 05.09 तक। |
ज्येष्ठा मूल |
29 नवंबर रात्रि 11.55 से 01 दिसंबर देर रात्रि 05.05 तक। |