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Written By WD Feature Desk
Last Updated : शुक्रवार, 5 दिसंबर 2025 (16:24 IST)

December 2025 Festivals: दिसंबर माह के प्रमुख व्रत और त्योहार, जानें विशेष जानकारी

December 2025 Vrat and Tyohar
Major Hindu fasts in December: दिसंबर 2025 का महीना हिंदू धर्म और भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व रखता है। यह माह मार्गशीर्ष (अगहन) के अंतिम दिनों से शुरू होकर पौष मास के मुख्य भाग तक फैला हुआ है। मार्गशीर्ष माह स्वयं भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित है, वहीं पौष माह में सूर्य देव की उपासना, स्नान, और दान का विशेष विधान है।ALSO READ: December Monthly Horoscope: दिसंबर 2025, क्या आपकी राशि के लिए है यह महीना भाग्यशाली, पढ़ें मासिक राशिफल

आइए जानते हैं दिसंबर 2025 में पड़ने वाले व्रत त्योहारों के बारे में...
 
दिसंबर 2025: प्रमुख व्रत और त्योहार
 
1 दिसंबर, सोमवार: मोक्षदा एकादशी, गीता जयंती: यह एकादशी मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष में पड़ती है। माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसी दिन भगवान कृष्ण ने अर्जुन को गीता का उपदेश दिया था।
 
2 दिसंबर, मंगलवार: भौम प्रदोष व्रत: भगवान शिव को समर्पित त्रयोदशी तिथि का व्रत, जो मंगल दोष दूर करने में सहायक है।
 
4 दिसंबर, गुरुवार: मार्गशीर्ष पूर्णिमा, अन्नपूर्णा जयंती, दत्तात्रेय जयंती पर्व। हिन्दू धर्म में मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान और दान करने का विधान है। इसी दिन भोजन की देवी अन्नपूर्णा और ब्रह्मा, विष्णु, महेश का सम्मिलित रूप भगवान दत्तात्रेय की जयंती भी मनाई जाती है।
 
5 दिसंबर, शुक्रवार: पौष माह आरंभ: हिंदू पंचांग का दसवां माह पौष आरंभ होता है।
 
7 दिसंबर, रविवार: अखुरथ संकष्टी चतुर्थी: भगवान गणेश का व्रत, जो संकटों को दूर करने के लिए रखा जाता है।
 
15 दिसंबर, सोमवार: सफला एकादशी: पौष माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी, जिसके व्रत से सभी कार्य सफल होते हैं और पापों से मुक्ति मिलती है।ALSO READ: Pradosh Vrat December 2025: दिसंबर माह में पड़ेंगे दो प्रदोष व्रत, जानें महत्वपूर्ण तिथियां और महत्व
 
16 दिसंबर, मंगलवार: धनु संक्रांति, खरमास शुरू: सूर्य देव इस दिन धनु राशि में प्रवेश करते हैं। इसी के साथ खरमास/ मलमास शुरू हो जाता है, जिसमें विवाह जैसे कोई भी शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं।
 
17 दिसंबर, बुधवार: प्रदोष व्रत (कृष्ण): पौष माह का प्रदोष व्रत।
 
19 दिसंबर, शुक्रवार: पौष अमावस्या: इस दिन पितरों की शांति के लिए स्नान, दान और तर्पण करना शुभ माना जाता है।
 
24 दिसंबर, बुधवार: विनायक चतुर्थी: पौष माह के शुक्ल पक्ष की गणेश चतुर्थी।
 
25 दिसंबर, गुरुवार: क्रिसमस या बड़ा दिन: ईसाई धर्म का प्रमुख त्योहार, जो यीशु मसीह के जन्म की खुशी में मनाया जाता है।
 
27 दिसंबर, शनिवार: गुरु गोविंद सिंह जयंती, सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश पर्व के रूप में मनाई जाती है।
 
30 दिसंबर, मंगलवार: पौष पुत्रदा एकादशी: पौष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी, जिसका व्रत संतान सुख या पुत्र की कामना के लिए रखा जाता है।
 
31 दिसंबर, बुधवार: वैकुंठ एकादशी, इस दिन नए साल की पूर्व संध्या रहेगी। दक्षिण भारत में यह एकादशी अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है, जिसे मोक्ष का द्वार माना जाता है। 
 
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