क्या कहते हैं अप्रैल माह के ग्रह-नक्षत्र
अप्रैल 2013 : ज्योतिष की नजर से
अप्रैल प्रारंभ में सूर्य के प्रभाव से पूर्व के देशों में सुभिक्ष का सुख रहेगा। दक्षिण एवं पश्चिम के देशों में अशांति रहेगी। उत्तर के देशों में आपसी झगड़े-अशांति रहेगी। मंगल के परिभ्रमण से काष्ट (लकड़ी) एवं पशु के भावों में वृद्धि होगी। बुध का नीच राशि मीन में रहने से पशुओं पर विपत्ति आएगी। शुक्र का मीन राशि में भ्रमण करने से पृथ्वी पर सुख-शांति रहेगी। 10 अप्रैल से शुक्र ने अपनी राशि परिवर्तन कर मेष राशि में प्रवेश किया, इसके फलस्वरूप सभी अनाज महंगे होंगे। वर्षा पर्याप्त होगी।
इस माह मंगल-शनि का अशुभकारी षडाष्टक योग बन रहा है। अमंगल चतुर्थग्रही योग बन रहा है। इसके प्रभाव से विश्व में अशांति का वातावरण बनेगा, दुर्घटना, अग्निकांड, बम-विस्फोट की घटनाओं में वृद्धि होगी। मंगल भी 12 अप्रैल को राशि भ्रमण करते हुए मेष राशि में प्रवेश करेगा, जिसके परिणाम स्वरूप भी अनाजों में फर्क पड़ेगा। विशेषकर मूंग के भाव में वृद्धि होगी। अप्रैल मध्य में सूर्य के अश्विनी नक्षत्र में प्रवेश करने से पूर्व के देशों में सुख, उत्तर के देशों में अशांति एवं दक्षिण-पश्चिम के देशों में प्रजा एवं शासक के मतभेद बढ़ेंगे।