बदरंग होनी शुरु हो गई है। दिल्ली के हर इलाके में होली मुबारक और बड़े नेताओं को बे-मतलब धन्यवाद देने की आड़ में कांग्रेस, भाजपा समेत सभी पार्टिंयों के छुटभैय्यए नेताओं ने अपने-अपने पोस्टर चिपकाने शुरु कर दिए हैं। यह पोस्टर बैनर खुलेआम सरकारी संपत्तियों पर चिपकाए जा रहे हैं। जो खुलेआम राजधानी में लागू प्रापर्टी डिफेंसमेंट एक्ट की खिल्ली उड़ाते नजर आ रहे हैं।
दिल्ली में सोमवार से चुनाव आचार संहिता लागू हो चुकी है। निगम चुनावों की घोषणा के वक्त चुनाव आयुक्त राकेश मेहता ने पोस्टर, बैनर, होर्डिंग और दीवारों पर नारे इत्यादि लिखने पर पूरी तरह से पाबंदी लगाई थी। उन्होंने कहा था कि राजधानी में प्रापर्टी डिफेंसमेंट एक्ट का उलंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हैरान कर देने वाली बात यह है कि राकेश मेहता ने इस बात का कोई जवाब नही दिया था कि यह कार्रवाई किस तरह से होगी।
दिल्ली की दिवारों और सरकारी संपत्तियों को बदरंग होने से बचाने के लिए दिल्ली चुनाव आयोग क्या कुछ टीमें बनाएगा या फिर इसकी जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस को दी जाएगी। इसका फायदा सीधे-सीधे छुटभैय्यए नेताओं ने उठाया। इलाके के लोगों का कहना है कि जब तक दिल्ली चुनाव आयोग के कानों तक यह बात जाएगी तब तक तो पूरी दिल्ली को पोस्टर बैनरों से पाट दिया जाएगा। सबसे हैरानी की बात यह है कि चुनाव आचार संहिता लागू होने के दो दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने किसी भी इलाके में प्रापर्टी डिफेंसमेंट एक्ट में कोई मामला दर्ज नही किया है। देखने में आ रहा है कि कानून का यह उलंघन स्मल इलाकों में सबसे ज्यादा देखने में आ रहा है।
निगम चुनावों के नजदीक आते ही पूरी दिल्ली पोस्टर, बैनर और बड़े-बड़े होर्डिंग से