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पुस्तकें खूबसूरत साथी हैं : कलाम

नई दिल्ली| Naidunia| Last Modified रविवार, 4 मार्च 2012 (07:27 IST)
पूर्व राष्ट्रपति डा एपीजे अब्दुल ने कहा है कि पुस्तकें वास्तव में मेरी सच्ची, खूबसूरत और विद्वान साथी हैं। उन्होंने कहा कि अच्छी पुस्तकें हमारी कल्पना को जगाती हैं, कल्पना से रचनात्मकता बढ़ती है, रचनात्मकता से ज्ञान और ज्ञान हमें महान बनाता है। डा कलाम ने विश्व पुस्तक मेले में 'पुस्तकें पढ़ना और मेरी जीवन पर उनका प्रभाव' विषय पर अपने विचार रखे। मेले में शनिवार को रिकार्डतोड़ भीड़ उमड़ी। विभिन्न हॉल में दर्शकों और पाठकों का तांता लगा रहा। पाठकों की भीड़ में जगह जगह लोकार्पण के भी कई कार्यक्रम हुए। मेले का आखिरी दिन रविवार है।


मेले के हॉल नम्बर 8 में कलाम को सुनने के लिए काफी संख्या में दर्शक और छात्र पहुंचे। इनके बीच उन्होंने वांट टू फ्लाई कविता सुनाई और उपस्थित छात्रों ने उन पंक्तियों को दोहराया। उन्होंने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कौन हैं, यदि आप में पढ़ने की लगन है, आगे बढ़ने की चाहत है तो एक दिन अपनी मंजिल तक अवश्य पहुंचेंगे।


एक अन्य कार्यक्रम में भारतीय फिल्मों में उर्दू का योगदान विषय पर चर्चा आयोजित की गई। इसमें फिल्म कलाकार फारूख शेख, नाटककार जावेद सिद्धकी, थिएटर कलाकार सलीम आरिफ, बशारत अहमद फारूक और आलोचक अजीज सिद्धिकी ने भागीदारी की।


पुस्तक लोकार्पण का कार्यक्रम

मेले में शनिवार को कई पुस्तकों का लोकार्पण विभिन्न स्टॉल पर किया गया। निर्मला भुराड़िया की पुस्तक फिर कोई प्रश्न करो नचिकेता का लोकार्पण वरिष्ठ कथाकार मृदुला गर्ग ने किया। संचालन सामयिक प्रकाशन के महेश भारद्वाज ने। राजकमल प्रकाशन पर एक साथ कई पुस्तकों का लोकार्पण हुआ जिनमें नीलेश रघुवंशी का एक कस्बे का नोट्स, वर्तिका नंदा का काव्य संग्रह 'थी..हूं. रहूंगी, अस्र्ण कमल का मैं वो शंख महाशंख और प्रज्ञा रावत का जो मैं नदी होती का लोकार्पण क्रमश नामवर सिंह और विष्णु खरे ने किया। अनुभव प्रकाशन पर दामोदर शर्मा, डा शैली राय, पुष्पा राही, माता प्रसाद शुक्ल और शालिनी अग्रवाल की पुस्तक का लोकार्पण किया गया। संचालन पराग कौशिक ने किया।


दिव्य चिंगारी का लोकार्पण

विश्व पुस्तक मेले में आध्यात्मिक गुस्र् संत राजिन्दर सिंह की नवीनतम कृति दिव्य चिंगारी का अनावरण हंस सभागार में किया गया। कार्यक्रम का आयोजन सावन कृपाल रूहानी मिशन ने किया था।


लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान

फेडरेशन ऑफ इंडियन पब्लिशर्स ने लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया। उपराज्यपाल तेजेन्दर खन्ना मुख्य अतिथि और साहित्य अकादमी के पूर्व सचिव प्रो गोपीचंद नारंग विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे। प्रकाशन के क्षेत्र में उल्लेखनीय सेवा के लिए पीएचआई लर्निंग के संस्थापक असोक घोष और पिताम्बर पब्लिशिंग के आनंद भूषण को यह पुरस्कार दिया गया।

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