कुछ खट्टी, कुछ मीठी यादें
- सुनील कुमार तोमर 'सनम'
बीत गया ये वर्ष भी देकरकुछ खट्टी, कुछ मीठी यादें दे संदेश गया वो, रख लोउसकी आज सुनहरी यादें।अब न लौटेगा वो जाकरआज समय जो बीत गयारह जाती है दिल में केवलकुछ खट्टी, कुछ मीठी यादें।नैनों में संजोकर रख लोखुशियों के दो-चार पलों कोआओ भुला दें वो बातें जोकरती हैं बीमार दिलों को।कुछ भूलो कुछ याद रखोबस साथ रखो अच्छी यादेंरह जाती हैं दिल में केवलकुछ खट्टी, कुछ मीठी यादें।रात के गहरे सन्नाटे कोचीर सुबह जो आती हैनई-नई सूरज की किरणेंनया उजाला लाती हैं।करें नया जो प्रण जीवन मेंपूर्ण करें अपने वादेरह जाती हैं दिल में केवलकुछ खट्टी, कुछ मीठी यादें।करें ज्ञान अर्जित जीवन मेंरामायण और कुरान सेकरें उजाला जीवन मेंगीता के कुछ ज्ञान से।कर्म करें कुछ ऐसे जग मेंजीवन सबका महका देंरह जाती हैं दिल में केवलकुछ खट्टी, कुछ मीठी यादें।