एक लड़की साधारण सी
आकांक्षा यादव
एक लड़कीजाने कितनी बारटूटी है वो टुकड़ों-टुकड़ों मेंहर किसी को देखतीयाचना की निगाहों सेएक बार तो हाँ कहकर देखोकोई कोर कसर नहीं रखूँगीतुम्हारी जिन्दगी सँवारने मेंपर सब बेकारकोई उसके रंग को निहारतातो कोई लम्बाई मापताकोई उसे चलकर दिखाने को कहताकोई साड़ी और सूट पहनकर बुलातापर कोई नहीं देखताउसकी आँखों मेंजहाँ प्यार है, अनुराग हैलज्जा है, विश्वास है।साभार : स्वर्ग विभा