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शुक्रवार, 2 मार्च 2012 (01:14 IST)
भरोसे से नहीं पकती फसल
जिले के धारसीखेड़ा क्षेत्र में फसलों को पानी की सख्त आवश्यकता है। अगर दो दिन में पानी नहीं मिला तो लागत निकालना भी मुश्किल हो जाएगा। नहर अधिकारियों ने पानी देने का भरोसा दिलाया था, लेकिन जरूरत के मुताबिक पानी नहीं दिया जा रहा। शुरुआत में भी पानी विलंब से दिया गया।
यह व्यथा बताई धारसीखेड़ा के कई किसानों ने। बीते कई दिनों से जिम्मेदार आश्वासन दे रहे हैं कि एक-दो दिन में पानी मिल जाएगा। किसानों के अनुसार कालीकराय उपबाँध में पर्याप्त पानी होने के बावजूद धारसीखेड़ा को नहर प्रारंभ होने के बाद करीब 30 दिनों बाद पानी दिया गया। जल उपभोक्ता समिति सेमलखेड़ा के अध्यक्ष तुलसीराम कसानिया व सब इंजीनियर आरएस गुप्ता ने किसानों को आश्वासन दिया था कि यहाँ पानी विलंब से शुरू हुआ है तो आखिरी तक पानी देंगे। किसानों ने बताया कि 6 नंबर नहर में अब तक नाममात्र का पानी आया है, वहीं 7 नंबर नहर में एक-दो बार पानी आया। शांतिलाल राठौड़, गुड्डू नंदेड़ा, राजाराम धनोरा, प्रकाश सगीत्रा, रमेश धाकड़, नंदराम सगीत्रा आदि किसानों का कहना है कि फसलों को पानी की सख्त आवश्यकता है। -निप्र
सिर्फ आश्वासन मिलता है
अधिकारियों की लापरवाही से पानी नहीं आ रहा है। व्यवस्थागत परेशानी को सुधारा जाना चाहिए। अधिकारी पिछले आठ दिन से आश्वासन दे रहे हैं कि एक-दो दिन में पानी दे देंगे।
-तुलसीराम कसानिया, अध्यक्ष, जल उपभोक्ता समिति
व्यवस्था कर रहे हैं
सब बातें झूठी हैं। हमने 6 नंबर नहर को 3 पानी व 7, 8 नंबर नहर को दो पानी दिए हैं। 6 व 7 नंबर की नहर को एक पानी और देने की व्यवस्था कर रहे हैं। प्रेशर कम होने से आगे से पानी कम आ रहा है। हम शुक्रवार को ऊपर के सभी मायनर बंद कर 6 व 7 नंबर तक पानी लाएँगे।