Last Modified: मंदसौर ,
रविवार, 25 मार्च 2012 (01:11 IST)
'आयो लाल सभई चओ झूलेलाल'
सिंधी समाज के आराध्य देव भगवान झूलेलाल के जन्मोत्सव चेटीचंड पर सिंधी समाज द्वारा अनेक आयोजन किए गए। शनिवार सुबह से ही शुक्ला चौक स्थित श्री वरुणदेव मंदिर पर सिंधी समाज के अनुयाइयों का ताँता लगने लगा था। सिंधी युवा संगठन ने सुबह वाहन रैली निकाली। शाम को चल समारोह भी निकला। समाज के लोगों ने व्यवसाय बंद रखे। चेटीचंड उत्सव की धूम पूरे शहर में नजर आई। शहर के मुख्य मार्ग स्वागत द्वारों से पट गए। पूरा शहर 'आयो लाल सभई चओ झूलेलाल' (भगवान झूलेलाल आए और सभी के लिए खुशियाँ लाए) के उद्घोष से गूँज उठा।
शनिवार सुबह शुक्ला चौक स्थित वरुणदेव मंदिर से युवा संगठन द्वारा वाहन रैली निकाली गई। रैली शुक्ला चौक, धानमंडी, सदर बाजार, घंटाघर, कालाखेत, गाँधी चौराहा, बीपीएल चौराहा, रामटेकरी, जनता कॉलोनी, दशरथ नगर, अभिनंदन नगर, स्टेशन रोड, संत कंवरराम कॉलोनी, कैलाश मार्ग, नेहरू बस स्टैंड होती हुई पुनः शुक्ला चौक स्थित वरुणदेव मंदिर पहुंॅची। रैली में डीजे पर बज रहे आकर्षक भक्ति संगीत ने माहौल को धर्ममय कर दिया। इस दौरान लगाए जा रहे धार्मिक जयकारों 'आयो लाल सभई चओ झूलेलाल' से प्रमुख मार्ग गूँज उठे। ढोल-ढमाकों के साथ निकली वाहन रैली में युवाओं के साथ ही वरिष्ठ समाजजन भी शामिल हुए। स्थान-स्थान पर वाहन रैली का सिंधी समाज के लोगों ने प्रतिष्ठानों व घरों पर स्वागत किया। युवाओं ने जमकर नृत्य किया। दोपहर में मंदिर के पास ही लंगर हुआ। शाम को सिंधी समाज के आराध्य भगवान श्री झूलेलाल का चल समारोह भी शहर में निकला।
चल समारोह में थिरके सभी
चेटीचंड उत्सव पर शाम को वरुणदेव मंदिर से सिंधी समाज का चल समारोह निकला। जिसमें बैण्ड-बाजे, डीजे व ढोल की थाप पर समाज के बच्चे-बूढ़े सभी थिरकते नजर आए। इस मौके पर स्थान-स्थान पर सिंधी समाज के युवक-युवतियों ने गरबा नृत्य भी किया। इसमें सिंधी समाज के विभिन्ना संगठनों ने भगवान झूलेलाल, संत कँवरराम, साँई टेऊराम, राधा-कृष्ण, भगवान शंकर व भगवान झूलेलाल की आकर्षक झाकियाँ भी निकाली। कई देवी-देवताओं के स्वांगधारी भी समारोह की शान थे। उज्जैन से आए नगाड़ा वादकों व अहमदाबाद के शहनाई वादकों ने भी अपना हुनर दिखाया।
स्वागत द्वारों से पटा शहर
चल समारोह शुक्ला चौक से घंटाघर, कालीदास मार्ग, नेहरू बस स्टैंड, गाँधी चौराहा, जिला चिकित्सालय मार्ग, बीपीएल चौराहा होता हुआ नई आबादी स्थित सिंधु आराधना भवन पहुँचा। सिंधी समाज के अनुयाइयों ने पूरे चल समारोह मार्ग को स्वागत द्वारों से पाट दिया। इस दौरान विभिन्ना संगठनों व समाज के लोगों के घरों व संस्थानों के बाहर चल समारोह का गर्मजोशी से स्वागत किया। चेटीचंड उत्सव के कारण सारे शहर में धर्ममय वातावरण हो गया। चल समारोह में बेहराणा समिति द्वारा पांरपरिक सिंधी धार्मिक गीत भी गाए गए।
बेहराणा समिति ने जमाया रंग
चल समारोह में चल रहे बेहराणा समिति के पं. राम शर्मा व उनके साथियों ने भगवान झूलेलाल के भक्ति भरे गीत गाए। इन्हें सुनकर श्रद्घालु स्वयं को थिरकने से नहीं रोक पा रहे थे। बच्चे, बूढ़े, महिलाएँ सभी बेहराणा समिति के धर्म भरे भजनों पर थिरकते दिखाई दिए। पूरे समारोह में बेहराणा समिति के इन पांरपरिक भजनों ने अलग की रंग जमाया।
जले दीप, छाया उल्लास
भगवान झूलेलाल के जन्मोत्सव चेटीचंड पर सद्गुरु टेऊँरामजी के दरबार श्री प्रेमप्रकाश आश्रम में भी आकर्षक झाँकी सजाई गई। भगवान के जन्मोत्सव पर समाजजनों ने 201 दीपक जलाए गए। वहीं केक काटकर भी भगवान के जन्म की खुशियाँ मनाई गई।
श्री प्रेमप्रकाश सेवा मंडली अध्यक्ष पुरुषोत्तम शिवानी ने बताया कि शनिवार को प्रातः मधुर वेला में भगवान झूलेलाल व आचार्य टेऊँराम के जीवन पर आधारित सुंदर गीत पुष्पा पमनानी, देवकी कोठारी, दिव्या शिवानी, रेखा उत्तवानी, माला मूलचंदानी, अनिता बाबानी, ज्योति, भगवानदास आसवानी, गोवर्धन संगतानी आदि ने प्रस्तुत किए। इसी दौरान प्रेमप्रकाश आश्रम पहुँची सिंधी युवा संगठन की वाहन रैली का भी स्वागत किया गया। आश्रम में 201 दीपक का प्रज्वलन मंडली के पुरुषोत्तम शिवानी, उपाध्यक्ष हासानंद आसवानी, नंदूभाई आडवाणी, हरीश प्रदनानी, मोतीराम नैनवानी, दयाराम जैसवानी, हरिश उत्तवानी ने किया। भगवान झूलेलाल, भगवान लक्ष्मीनारायण, सद्गुरु आचार्य टेऊँरामजी महाराज, सद्गुरु सर्वानंद महाराज, शांतिप्रकाश महाराज, हरिदास महाराज की महाआरती कर आशीर्वाद प्राप्त किया। अंत में 'आयो लाल झूलेलाल' के जयघोष व हरीश प्रदनानी के आभार के साथ पल्लव पाकर व केक काटकर हर्षोल्लास व नाच गाने के साथ जन्मोत्सव का समापन हुआ। -निप्र