Happy Promise Day 2025 Wishes : फरवरी का महीना प्यार के जश्न का महीना होता है। वेलेंटाइन वीक 2025 हर प्रेमी के लिए एक खास समय होता है, जिसमें हर दिन अपने अलग मायने और भावनाएं लिए हुए आता है। 7 फरवरी से 14 फरवरी तक मनाए जाने वाले इस सप्ताह में 11 फरवरी का दिन 'प्रॉमिस डे' (Promise Day 2025) के रूप में मनाया जाता है। यह दिन सिर्फ शब्दों का खेल नहीं बल्कि सच्चे वादों और रिश्ते को और मजबूत बनाने का मौका होता है। प्रॉमिस डे सिर्फ एक ट्रेंड नहीं, बल्कि रिश्ते में भरोसे, प्यार और समर्पण की नींव मजबूत करने का दिन है। हर रिश्ते की सबसे अहम कड़ी होता है वादा - जो भरोसे को मजबूत बनाता है। चाहे वो जीवनभर साथ निभाने का वादा हो, एक-दूसरे की भावनाओं की कद्र करने का हो या फिर हर मुश्किल घड़ी में साथ खड़े रहने का। यह दिन उन सभी छोटी-बड़ी कसमों और वादों को याद करने और निभाने की प्रेरणा देता है, जो प्रेमी-प्रेमिका, पति-पत्नी या दोस्त एक-दूसरे से करते हैं।
प्यार और वादों की खूबसूरती : शायरी और मोहब्बत का रिश्ता सदियों पुराना है। कई मशहूर शायरों और कवियों ने प्यार में किए गए वादों को अपनी रचनाओं में बेहद खूबसूरत अंदाज में बयां किया है। यहां पेश हैं 10 अमर शायरियां जो प्रॉमिस डे 2025 के मौके पर आपके जज्बातों को और खास बना देंगी। अगर आप प्रॉमिस डे पर अपने पार्टनर को कुछ खास और दिल छू लेने वाला मैसेज भेजना चाहते हैं, तो ये खूबसूरत शुभकामनाएं (Promise Day Wishes in Hindi) आपके लिए परफेक्ट रहेंगी :
1. "प्यार का वादा है, निभाना पड़ेगा,
साथ जीना पड़ेगा, साथ मरना पड़ेगा!"
- नजीर अकबराबादी
2. "तू अगर मुझसे नाखुश है तो कोई बात नहीं,
तेरी नाराजगी तक तेरा होना बाकी है!"
- जौन एलिया
3. "मैं तुझसे मिलकर खो जाता हूं, तुझे देखकर खो जाता हूं,
मैं जो भी वादा करता हूं, उसे निभाने को मर जाता हूं!"
- राहत इंदौरी
4. "तेरी मजबूरियां दुरुस्त मगर
तू ने वादा किया था याद तो कर!"
- नासिर काजमी
5. "तू मिले या ना मिले, मेरी मोहब्बत बेदाग रहेगी,
ये मेरी जिंदगी है, ये मेरी चाहत की आग रहेगी!"
- साहिर लुधियानवी
6. "यह न थी हमारी किस्मत कि विसाल-ए-यार होता,
अगर और जीते रहते, यही इंतजार होता!"
- मिर्जा गालिब
7. "मोहब्बत करने वालों का यही अंजाम होता है,
जो वादा पूरा करता है, वही बदनाम होता है!"
- परवीन शाकिर
8. "सुना है लोग उसे आंख भर के देखते हैं,
सो उसके शहर में कुछ दिन ठहर के देखते हैं!"
- अहमद फराज
9. "कोई हाथ भी न मिलाएगा, जो गले मिलोगे तपाक से,
ये नए मिजाज का शहर है, जरा फासले से मिला करो!"
- बशीर बद्र
10. "तिरे वादे पर जिए हम तो ये जान झूट जाना
कि ख़ुशी से मर न जाते अगर ए'तिबार होता!"
- मिर्जा गालिब