बंटवारे के विवाद में नहीं हो सकी मरम्मत और चली गई दो की जान...
कानपुर। उत्तरप्रदेश के कानपुर में थाना मूलगंज के अंतर्गत हटिया बाजार में 100 साल पुराना मकान के बंटवारे को लेकर 4 भाइयों के बीच चल रहे मुकदमे ने देर रात एक महिला और उसकी बेटी को मौत की नींद सुला दिया। लोगों ने बताया कि बंटवारे के मुकदमा विचाराधीन होने के चलते मकान मरम्मत मांग रहा था लेकिन दोनों ही भाई इसकी मरम्मत नहीं करा रहे थे जिसके चलते इतना बड़ा हादसा हो गया।
पिता की मौत के बाद आपस में नहीं हो सका बंटवारा : क्षेत्रीय लोगों की मानें तो पिता की मौत के बाद भी चारों भाई मकान का बंटवारा नहीं कर सके थे जिसकी वजह से 100 साल पुराने मकान में मरम्मत के नाम पर कुछ नहीं हो रहा था। इसी के चलते इतना बड़ा हादसा घटित हो गया तो वहीं स्व. रामचंद्र गुप्ता के सबसे छोटे बेटे रामशंकर के बेटे राहुल ने बताया कि बाबा की मृत्यु कई साल पहले हो गई थी, लेकिन अब तक मकान का बंटवारा नहीं हुआ है। चार मंजिला मकान का ग्राउंड फ्लोर बड़े चाचा उमाशंकर के कब्जे में है। चूंकि वे इसमें रहते नहीं हैं इसलिए बंद पड़ा तथा और उनका हिस्सा धीरे-धीरे कमजोर हो गया था। पिछले डेढ़ साल से सिविल कोर्ट जूनियर डिवीजन में बंटवारे को लेकर वह मुकदमा लड़ रहा था, लेकिन कोई हल अब तक नहीं निकला था। नतीजतन मकान की मरम्मत नहीं होने से आज इतना बड़ा हादसा हो गया।
क्या है घटनाक्रम : कानपुर में लगातार हो रही रिकॉर्डतोड़ बारिश के चलते थाना मूलगंज के अंतर्गत हटिया बर्तन बाजार में देर रात चार मंजिला इमारत देखते ही देखते ढह गई। मकान में रहने वाले महिला मीना (50) व बेटी प्रीति (18) मकान के अंदर ही काम कर रही थी जिससे वे मकान के मलबे में दब गईं। इलाकाई लोगों ने आनन-फानन में पुलिस को मामले की जानकारी दी।
सूचना मिलने के बाद डीआईजी समेत आला अधिकारी मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान कई लोगों को पुलिस ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया लेकिन मलबे में बुरी तरीके से दबी मां व बेटी को निकालने मैं पुलिस को नगर निगम के साथ कड़ी मशक्कत करनी पड़ी तब जाकर कहीं मां-बेटी को मलबे से बाहर निकालकर इलाज के लिए हैलट अस्पताल भेजा जा सका, जहां इलाज के दौरान मां-बेटी की मौत हो गई।