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Last Updated : गुरुवार, 17 अक्टूबर 2024 (15:10 IST)

आकर्षण का केंद्र बन गए करोड़ों के भैंसे, नस्ल सुधार के काम आ रहा है सीमन

आकर्षण का केंद्र बन गए करोड़ों के भैंसे, नस्ल सुधार के काम आ रहा है सीमन - A Anmol buffalo worth Rs 23 crore at Meerut's agriculture fair
A Anmol buffalo worth 23 crore rupees at the agricultural fair: मेरठ के एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी (Agriculture University) में चल रहे कृषि मेले में भैंसे आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं, क्योंकि ये मर्सिडीज, रोल्स रॉयस और फेरारी कार से कहीं ज्यादा कीमत रखते हैं। सुनकर चौंक गए न आप? करोड़ों की कीमत रखने वाले इन भैंसों (buffalos) से आज हम भी आपको रूबरू कराते हैं। क्या इनकी विशेषता है और कैसे ये अपने स्वामी के लिए कमाऊं बेटे बने हुए हैं। दूरदराज से लोग क्यों आ रहे हैं इन्हें देखने?ALSO READ: झारखंड चुनाव में गेमचेंजर महिला वोटर्स को साधने चुनावी लॉलीपाप, 25 से 30 हजार रुपए तक देने का वादा
 
23 करोड़ रुपए का 'अनमोल' भैंसा : माथे पर लाल रिबन लगे इस भैंसे का नाम 'अनमोल' है। यह अपने नाम के अनुरूप ही मालिक पलविंदर के लिए अनमोल बना हुआ है। हरियाणा के सिरसा के रहने वाले पलविंदर का दावा है कि उनके भैंसे की कीमत 23 करोड़ रुपए लग चुकी है, लेकिन उन्होंने ऊंची कीमत मिलने पर भी इसे बेचा नहीं। अनमोल, पलविंदर के परिवार के लिए अहम सदस्य की भूमिका में है। भाई की तरह है, क्योंकि यह प्रतिमाह परविंदर के परिवार को 1.50 लाख रुपए माह कमाकर देता है।
 
अब आप सोच रहे होंगे कि भैंसे से 1.50 लाख रुपए हर माह कैसे कमाए जा सकते हैं? 23 करोड़ के अनमोल भैंसे के सीमन को बेचकर प्रतिमाह 1.50 लाख रुपए कमाए जा रहे हैं। हजारों यूनिट सीमन बिक चुका है। 1 यूनिट सीमन की कीमत 500 रुपए तक ले ली जाती है। इस सीमन को बेचकर नस्ल सुधार का काम भी हो रहा है। इस सीमन से उत्पन्न हुई भैंस लगभग 25 लीटर दूध दे देती है।ALSO READ: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024: मनोज जरांगे पाटिल बन सकते हैं बड़ा फैक्टर?
 
अनमोल के 1 बार के सीमन से 300 यूनिट सीमन तैयार होता है, जो कि 1 भैंस प्रजनन के लिए ही 1यूनिट ही काफी है। इसके सीमन की मांग यूपी, हरियाणा समेत अन्य राज्यों में है। अनमोल के सीमन को बेचकर लगभग 10 करोड़ रुपए कमाए जा चुके हैं।
 
प्रतिमाह 30 से 35 हजार रुपए तक का खर्च : पलविंदर के परिवार का सदस्य बना यह भैंसा हृष्ट-पुष्ट है। इसके रखरखाव और खानपान पर प्रतिमाह 30 से 35 हजार रुपए तक का खर्च आ जाता है। कृषि मेले में अनमोल की झलक पाने के लिए लोग दूरदराज से आ रहे हैं। कोई उसके साथ सेल्फी ले रहा है तो कोई दुलार दे रहा है। अनमोल के भोजन में अंडे, दूध ड्राई फ्रूट, खोटा, सरसों, गेहूं, मक्का और सोयाबीन शामिल हैं। अनमोल भैंसा पुष्कर मेले में अपनी कीमत 23 करोड़ लगवा चुका है और कई इनाम और शील्ड अपने नाम करवा चुका है।
 
10 करोड़ का 'गोलू2' और 9 करोड़ का 'विधायक' : इसी तरह कृषि मेले में पानीपत से 10 करोड़ का 'गोलू2' और 9 करोड़ का 'विधायक' भैंसा आया हुआ है। ये दोनों भैंसे भी उच्च गुणवत्ता वाले सीमन देते हैं जिससे स्थानीय किसानों को बेहतर नस्ल के पशु मिलते हैं। गोलू 2 और विधायक की सेहत और मांसपेशियों का विकास इतना शानदार है कि इन्हें देखकर हर कोई प्रभावित हो जाता है।ALSO READ: मध्यप्रदेश की निकिता पोरवाल 'फेमिना मिस इंडिया वर्ल्ड 2024' चुनी गईं
 
इन भैंसों की देखभाल भी विशेष तरीके : इन भैंसों की देखभाल भी विशेष तरीके से की जाती है, वहीं इनके खानपान का भी विशेष ध्यान रखा जाता है ताकि इनकी सेहत और उत्पादकता बनी रहे। गोलू 2 और विधायक भैंसे के मालिक पशुपालक नरेन्द्र सिंह पानीपत के रहने वाले हैं। पिछले 25 सालों से मुर्रा नस्ल की भैंस पाल रहे हैं और पशुपालन के क्षेत्र में पशुओं की नस्ल सुधार पर काम कर रहे हैं।
 
सन् 2019 में पशुपालन में उत्कृष्ट योगदान के लिए पद्मश्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। इनके द्वारा पाले गए भैंसे ख्याति के साथ ही 10 करोड़ कीमत के गोलू 2 की लंबाई 15 फीट है और ऊंचाई करीब साढ़े 5 फीट और चौड़ाई पौने 4 फीट है। इसका वजन करीब 1,200 किलोग्राम है। भैंसे के पालनहार नरेन्द्र कहते हैं कि चाहे गोलू-2 हो या अब उसका बेटा भैंसा विधायक, वे अपने बच्चों से ज्यादा प्यार इन्हें करते हैं, क्योंकि आज य इनकी पहचान की वजह बने हैं।
 
क्या कहते हैं कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति? : कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर के.के. सिंह ने मुताबिक मेरठ में इस तरह की पशु प्रदर्शनी पहली बार हो रही है जिसमें करोड़ों की कीमत वाले भैंसे देखने को मिल रहे हैं। कुलपति का कहना है कि इस तरह के आयोजन किसानों को उन्नत नस्ल के पशुओं की जानकारी देने के लिए एक अच्छा प्लेटफॉर्म हैं।
 
Edited by: Ravindra Gupta
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