सोमवार, 28 अक्टूबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. विधानसभा चुनाव 2017
  3. उत्तरप्रदेश
  4. UP assembly elections 2017
Written By अवनीश कुमार
Last Updated :लखनऊ , बुधवार, 15 फ़रवरी 2017 (16:58 IST)

लखनऊ कैंट में बेटी और बहू की टक्कर

लखनऊ कैंट में बेटी और बहू की टक्कर - UP assembly elections 2017
लखनऊ। उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान पूरा हो चुका है तो दूसरे चरण का मतदान चल रहा है और अब तीसरे चरण के मतदान की बारी है। अन्य चरणों की अपेक्षा इस मतदान का चरण उत्तरप्रदेश की 1-1 सीट पर पार्टी के आलाकमानों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। ऐसा होना लाजिमी है, क्योंकि किसी की बहू चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रही है तो किसी की बेटी चुनाव मैदान में डटकर खड़ी है।
आइए, आपको हम बताते हैं कि तीसरे चरण का मतदान 19 फरवरी को होना है। इनमें कौन-कौन सी महिलाएं हैं, क्योंकि वे बड़े घराने से ताल्लुक रखती हैं। सबसे पहले बात करें तो समाजवादी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव की बहू अर्पणा यादव हैं, जो कि लखनऊ की कैंट सीट से उम्मीदवार बनाई गई हैं और वे लंबे समय से जनता के बीच में हैं और ऐसा माना जा रहा है कि वे कहीं न कहीं विपक्षी पार्टियों को कड़ी टक्कर देती नजर आ रही हैं।
 
लेकिन वहीं पर दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के कमल के फूल को पकड़े रीता बहुगुणा जोशी भी चुनाव मैदान में हैं। उनका सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी की बहू से ही है लेकिन अगर हम रीता बहुगुणा जोशी की बात करें तो उनका ताल्लुक भी बड़े राजनीतिक परिवार से आता है, क्योंकि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा की ये पुत्री हैं जिसके चलते उत्तरप्रदेश के अंदर इनका भी नाम बहुत बड़ा है और सबसे खास बात जो है, वह यह है कि जब कांग्रेस पार्टी प्रदेश में 1-1 वोट के लिए संघर्ष कर रही थी तो वहीं रीता बहुगुणा जोशी लखनऊ की कैंट सीट से विजय पाने में सफल रही थीं।
 
ऐसा भी माना जाता है कि इस सीट पर उनकी जीत उनके परिवार व कांग्रेस को देखते हुए मिली थी लेकिन इस बार सब कुछ बदला है, क्योंकि रीता बहुगुणा जोशी भारतीय जनता पार्टी के बैनर तले चुनाव लड़ रही हैं तो वहीं समाजवादी पार्टी के साथ कांग्रेस गठबंधन के तहत अर्पणा यादव उन्हें टक्कर दे रही हैं। अब ऐसे में कहीं न कहीं राजनीतिक बड़े घराने की एक बहू है, तो दूसरी तरफ बेटी है। अब यह देखना है कि कौन किस पर भारी पड़ता है?