बजट में मोटे अनाज पर जोर, किसानों को क्या होगा फायदा?
नई दिल्ली। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को संसद में बजट पेश किया। अपने बजट भाषण में उन्होंने मोटे अनाज पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि मोटे अनाज को बढ़ावा देना प्राथमिकता है। इस अवसर पर उन्होंने स्टार्ट अप के लिए कृषि निधि बनाने का भी ऐलान किया। जानिए क्या बोलीं वित्त मंत्री...
-मोटे अनाज को बढ़ावा देना प्राथमिकता। छोटे किसान मोटा अनाज पैदा कर रहे हैं।
11.4 करोड़ छोटे किसानों की मदद की। कमजोर किसानों के लिए सहकारिता मॉडल।
-स्टार्ट अप के लिए कृषि निधि बनाई जाएगी। युवाओं को कृषि स्टार्टअप में प्राथमिकता।
-ग्रीन ग्रोथ बजट की पहली प्राथमिकता।
-मोटे अनाज के लिए रिसर्च इंस्टिट्यूट।
-पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर ध्यान देने के साथ कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपए किया जाएगा।
-भारतीय बाजरा अनुसंधान संस्थान को उत्कृष्टता केंद्र के रूप में समर्थन दिया जाएगा।
कृषि क्षेत्र के लिए और क्या बोली वित्तमंत्री : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को कहा कि सरकार ने पीएम-किसान योजना के तहत 2.2 लाख करोड़ रुपये का नकद हस्तांतरण किया है। कृषि क्षेत्र में संस्थागत ऋण वित्त वर्ष 2021-22 में बढ़कर 18.6 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो 2020-21 में 15.8 लाख करोड़ रुपये था। उन्होंने कहा कि पीएम-किसान, पीएम-फसल बीमा योजना और कृषि अवसंरचना कोष बनाने जैसी पहल ने इस क्षेत्र की मदद की है।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही सामाजिक-आर्थिक विकास में डिजिटल बुनियादी ढांचे की भूमिका बढ़ी है और भारत ने खुद को ज्ञान केंद्र के रूप में मजबूती से स्थापित किया है।