तालिबानी राज में पहली बार क्रिकेट के मैदान पर जीता अफगानिस्तान, गत विजेता वेस्टइंडीज को दी 56 रनों से मात
दुबई: ऐसा लग रहा था कि तालिबान राज के बाद अफगानिस्तान क्रिकेट रसातल की ओर चला जाएगा लेकिन सीनियर टीम ने बड़ी टीमों को चौंकाना अभी जारी रखा है और टी-20 विश्वकप के गत विजेता को धूल चटा दी।
हजरतुल्लाह जजई (56) और मोहम्मद शहजाद (54) के शानदार अर्धशतकों और मोहनद नबी (चार ओवर में दो रन पर तीन विकेट ) की घातक गेंदबाजी की बदौलत अफगानिस्तान ने वेस्टइंडीज को आईसीसी टी 20 विश्व कप अभ्यास मैच में बुधवार को 56 रन से हराकर गत चैंपियन टीम पर बड़ी जीत हासिल की।
अफगानिस्तान ने 20 ओवर में पांच विकेट पर 189 रन का मजबूत स्कोर बनाया और विंडीज को पांच विकेट पर 133 रन पर रोक दिया। विंडीज की तरफ से रोस्टन चेज ने 58 गेंदों पर छह चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 54 रन की पारी खेली लेकिन टीम शुरुआत में नबी से मिले झटकों से संभल नहीं पायी। नबी ने नयी गेंद से चार ओवर डाले और दो ओवर मैडन रखते हुए मात्र दो रन देकर तीन खिलाड़ियों को आउट किया।
2 साल पहले वेस्टइंडीज को हराई थी टी-20 सीरीजकोरोना महामारी के कारण अफगानिस्तान ने हाल में अधिक टी20 अंतर्राष्ट्रीय मैच नहीं खेले हैं, लेकिन जब भी वे मैदान पर उतरे हैं, सफलता के झंडे गाड़े हैं। उन्होंने नवंबर 2019 में वेस्टइंडीज़ को 2-1 से हराया था, फिर आयरलैंड को मार्च 2020 में इसी अंतर से हराया। इस साल मार्च में उन्होंने ज़िम्बाब्वे को 3-0 से हराकर क्लीन स्वीप किया।
पिछले टी-20 विश्वकप में भी हराया था वेस्टइंडीज कोगौरतलब है कि पिछले विश्वकप (2016) में अफगानिस्तान ने अच्छा प्रदर्शन किया था। लगभग हर टीम को उसने टक्कर दी थी और आखिरी लीग मैच में वेस्टइंडीज को हराया भी था जिसने अंत में जाकर टी-20 विश्वकप जीता था।
अफगानिस्तान ने पिछले टी-20 विश्वकप में अपना सफर जीत के साथ शुरु किया था और स्कॉटलैंड जो अभी क्वालिफायर्स में बांग्लादेश को 6 रनों से हरा चुकी है उसे 14 रनों से हरा दिया था। इसके बाद क्वालिफायर्स में अफगानिस्तान को जिम्बाब्वे के खिलाफ 59 रनों से बड़ी जीत मिली थी और अपने ग्रुप में अफगानिस्तान शीर्ष पर रहा था।
मुख्य ग्रुप में अफगानिस्तान को पहली हार श्रीलंका से मिली जब उसे एक रोमांचक मैच में 6 विकटों से हार का सामना करना पड़ा। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यूं तो अफगानिस्तान 37 रनों से हारी लेकिन शहजाद की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से अफ्रीका के हाथ पैर फूल गए थे।
अगले मैच में इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर नकेल कसने के बावजूद अफगानिस्तान 143 रनों का लक्ष्य हासिल नहीं कर सकी। एक समय इंग्लैंड इस मैच में 85 रनों पर 7 विकेट गंवा चुका था। अफगानिस्तान इस मैच को 15 रनों से गंवा बैठी और 9 विकेट खोकर सिर्फ 127 रन ही बना सकी।
वेस्टइंडीज के खिलाफ अंतिम मैच में अफगानिस्तान ने सिर्फ 123 रन बनाए थे लेकिन इंडीज के बल्लेबाजों के पास अफगानिस्तान के फिरकी गेंदबाजों का कोई जवाब नहीं था। यह मैच अफगानिस्तान 6 रनों से जीती और टूर्नामेंट में उसे सांत्वना जीत मिली।