अमेरिका में ब्याज दर वृद्धि की चिंता में लुढ़का शेयर बाजार
मुंबई। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा इस साल ब्याज दरों में वृद्धि की गति तेज करने के संकेत से गुरुवार को दुनिया के अन्य शेयर बाजारों के साथ घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट रही। बीएसई का सेंसेक्स 0.07 प्रतिशत यानी 25.36 अंक की गिरावट में 33,819.50 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 0.14 प्रतिशत यानी 14.75 अंक उतरकर 10,382.70 अंक पर आ गया।
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की पिछली बैठक के बुधवार को जारी विवरण में बढ़ती महंगाई पर चिंता जताने की बात सामने आई है। इससे भी बाजार में निवेशकों का विश्वास डगमगाया। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से तेल एवं गैस क्षेत्र पर सबसे ज्यादा दबाव रहा। बीएसई में इस समूह के सूचकांक में करीब डेढ़ प्रतिशत की गिरावट रही।
ऊर्जा समूह का सूचकांक भी एक फीसदी से ज्यादा टूटा। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक 20 और 21 मार्च को होनी है। इस साल ब्याज दरों में बढ़ोतरी की गति तेज करने के संकेत से मार्च में ब्याज दर बढ़ने की संभावना बढ़ी है। इस कारण अधिकतर यूरोपीय और एशियाई बाजार भी लाल निशान में रहे। सेंसेक्स पर शुरू से ही दबाव रहा। यह 27.77 अंक टूटकर 33,817.09 अंक पर खुला और लगभग पूरे दिन गिरावट में रहा।
दोपहर बाद एक समय यह 33,691.42 अंक के दिवस के निचले स्तर तक उतरा। हालांकि कोटक महिंद्रा बैंक, सनफार्मा, इंडसइंड बैंक के शेयरों में लिवाली से सूचकांक को समर्थन मिला और यह 33,868.74 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर पर पहुंचने में कामयाब रहा, लेकिन हरे निशान पर कायम नहीं रह सका। अंतत: बुधवार के मुकाबले 25.36 अंक नीचे 33,819.50 अंक पर बंद हुआ।
मझौली और छोटी कंपनियों पर भी दबाव रहा। बीएसई का मिडकैप 0.54 प्रतिशत और स्मॉलकैप 0.43 प्रतिशत लुढ़ककर क्रमश: 16,322.14 अंक पर और स्मॉलकैप 17,723.73 अंक पर रहा। बीएसई में कुल 2,884 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ।
इनमें 1,703 के शेयर गिरावट में और 1,020 के बढ़त में रहे जबकि 161 के शेयर दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद अपरिवर्तित बंद हुए। निफ्टी 43.10 अंक टूटकर 10,354.35 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान इसका दिवस का निचला स्तर 10,340.65 अंक और उच्चतम स्तर 10,397.55 अंक रहा। कारोबार की समाप्ति पर यह गत दिवस की तुलना में 14.75 अंक उतरकर 10,382.70 अंक पर रहा। (वार्ता)