गोल्फ की दुनिया बहुत अलग ही दुनिया होती हैं : टाइगर वुड्स
डबलिन (ओहियो)। दिग्गज गोल्फर टाइगर वुड्स लंबे अर्से बाद जब पहली बार गोल्फ कोर्स पर पहुंचे तो एकबारगी उन्हें लगा मानो वह किसी अलग दुनिया में पहुंच गए हैं क्योंकि वहां न कोई दर्शक था और ना ही किसी तरह का शोर, बस पसरा था तो घोर सन्नाटा। पीजीए टूर की वापसी को 5 सप्ताह हो गए हैं और इसमें कई नई चीजें देखने को मिली लेकिन इसमें किसी की कमी खल रही थी और वह थे टाइगर वुड्स।
यह स्टार गोल्फर आखिर में मंगलवार को मुरीफील्ड विलेज में पहुंचा और उन्होंने पांच महीनों में अपने पहले पीजीए टूर के लिए अभ्यास किया। वुड्स ने हालांकि मास्क पहन रखा था। वुड्स की वापसी का मतलब यह नहीं है कि परिस्थितियां भी सामान्य हो जाएंगी लेकिन टेलीविजन पर गोल्फ देखने वालों को अब किसी खास चीज की कमी नहीं खलेगी।
यह दिग्गज गोल्फर जानता था कि उन्हें किस तरह के माहौल में खेलना होगा क्योंकि उन्होंने दोस्तों से सुन लिया था कि जब कोई प्रशंसक और हौसला बढ़ाने वाला नहीं होता है तो कितना बुरा लगता है। वुड्स ने कहा, ‘यह पूरी अलग तरह की दुनिया है, जहां आपका ध्यान नहीं बंटेगा, जहां शोर नहीं होगा, जहां रोमांच नहीं होगा, जहां वह ऊर्जा नहीं होगी जो प्रशंसक आप तक पहुंचाते हैं। यह एक अलग तरह की दुनिया है जिसमें सिर्फ सन्नाटा है।’
पीजीए टूर की 11 जून को वापसी हो गई थी लेकिन सभी टूर्नामेंट दर्शकों के बिना खेले गए हैं। वुड्स ने इनमें हिस्सा नहीं लिया था। उन्होंने अपना आखिरी पीजीए टूर टूर्नामेंट 16 फरवरी को रिवेरा में खेला था जिसमें उन्होंने 77 का कार्ड खेला और वे आखिरी स्थान पर रहे थे। (भाषा)