हेविट ने की डेविस कप प्रारूप में बदलाव की कड़ी आलोचना
सिडनी। ऑस्ट्रेलिया के डेविस कप कप्तान लेटिन हेविट ने इस प्रतियोगिता के ढांचे में प्रस्तावित बदलाव की कड़ी आलोचना करते हुए इसे केवल पैसा कमाने का हथकंडा बताया और कहा कि इससे पिछले एक सदी से चल रहे टूर्नामेंट को नुकसान पहुंचेगा।
दो बार के ग्रैंडस्लैम चैंपियन ने कहा कि अगर अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) की अगस्त में होने वाली आमसभा में इसे दो-तिहाई बहुमत नहीं मिलता है तो फिर आईटीएफ अध्यक्ष डेविड हैगार्टी को इस्तीफा दे देना चाहिए। आईटीएफ ने पिछले महीने 25 साल के लिए अपनी योजना का खुलासा किया। उसने वर्तमान प्रारूप में बदलाव के लिए निवेश समूह कॉसमॉस के साथ 3 अरब डॉलर की भागीदारी की है।
इस समूह की स्थापना बार्सिलोना के फुटबॉल स्टार गेर्राड पिक ने की है। इस प्रारूप में डेविस कप सत्र के अंत का टेनिस फाइनल्स का विश्व कप तक सीमित रह जाएगा जिसमें 18 देश भाग लेंगे। अभी 16 देश विश्व ग्रुप में भाग लेते हैं तथा साल के 4 सप्ताहांत में उनके बीच मुकाबला होता है, बाकी देशों को फिर 3 क्षेत्रीय ग्रुपों में बांटा जाता है।
ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल डेविस कप खिलाड़ी हेविट ने 'द ऑस्ट्रेलियन' समाचार पत्र से कहा कि कई लोग हैं, जो इससे परेशान हैं और वे इसे पैसे कमाने का धंधा मान रहे हैं। यह पूरी तरह से पैसे के लिए करार है। यह पूरी तरह से पैसे से जुड़ा है तथा अपने देश का प्रतिनिधित्व करने से नहीं। इसका कोई मतलब नहीं बनता है।
हेविट ने कहा कि वे इस कदम के पूरी तरह खिलाफ हैं और वे प्रतियोगिता को मूल रूप में बनाए रखने के लिए अपनी तरफ से हर तरह की कोशिश करेंगे। यह (प्रस्तावित) प्रतियोगिता डेविस कप नहीं है। आप इसे डेविस कप नहीं बोल सकते हो। (भाषा)