Solar Eclipse Precautions : वर्ष 2021 का अंतिम सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर शनिवार (Surya Grahan 2021 Date) को होने जा रहा है। हालांकि इस सूर्य ग्रहण का दृष्य भारत में नहीं दिखाई देगा। इसलिए यहां पर सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। परंतु इस ग्रहण का असर तो संपूर्ण धरती पर ही होगा। जहां भी यह ग्रहण दिखाई देगा वहां पर सावधानियां रखने की जरूरत है।
1. एक्लिप्स ग्लास से देखें सूर्य ग्रहण : जहां भी यह सूर्य ग्रहण दिखाई दे रहा है वे यदि सूर्य ग्रहण देखना चाहते हैं तो अपनी आंखों की सुरक्षा के लिए एक्लिप्स ग्लास का इस्तेमाल करें। घर के बने फिल्टर या पारंपरिक धूप के चश्मे का इस्तेमाल न करें इससे आंखें खराब हो सकती है।
2. बच्चों का रखें विशेष ध्यान : जो बच्चे ग्रहण देखना चाहते हैं वे माता-पिता की देखरेख में ऐसा कर सकते हैं, क्योंकि यह तय करना जरूरी है कि बच्चे किस तरह के ग्लास से यह देख रहे हैं, कहीं ग्लास हटाकर भी तो सूर्य ग्रहण को नहीं देख रहे हैं।
3. गर्भवती महिलाएं रखें विशेष ध्यान : कहते हैं कि गर्भवती महिलाओं को इस दिन विशेष ध्यान रखना चाहएि। उन्हें घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। कहते हैं कि इससे गर्भस्थ शिशु की त्वचा पर प्रभाव पड़ता है।
4. पानी को शुद्ध करके पिएं : ऐसी मान्यता है कि सूर्य ग्रहण के दौरान जल पर इसका असर होता है इसीलिए जल में तुलसी का पत्ता डालकर उसे शुद्ध कर लिया जाता है इसके बाद ही पीना चाहिए।
5. भोजन का रखें ध्यान : यह भी माना जाता है कि भोजन पर भी ग्रहण का असर होता है इसीलिए ग्रहण समाप्त होने के बाद ही भोजन पकाकर खाया जाता है या ग्रहण के दौरान ताजे भोजन में भी तुलसी का पत्ता डालकर उसे खाया जाता है। यह भी कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान भोजन नहीं करना चाहिए क्योंकि इस दौरान पाचन शक्ति कमजोर और जठराग्नि मंद पड़ जाती है।
6. मन को रखें काबू में : यह भी कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान संवेदनशील या भावुक व्यक्ति और भी भावुक या संवेदनशील हो जाते हैं। यह हमारी भावनाओं पर असर करता है और नकारात्मक भावों को जन्म देते हैं। इसलिए इस दौरान सावधान रहें। मन को किसी संगीत या मनोरंजन में लगाएं।
7. शरीर का रखें ध्यान : कहते हैं कि ग्रहण के दौरान व्यक्ति सुस्त या थका हुआ महसूस करता है। यह भी कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान हमारी प्रतिरोधक क्षमता पर भी असर पड़ता है। इसलिए आप अपने शरीर को लेकर सावधान रहें। रोग प्रतिरोधक क्षमता घटने से मौसमी बीमारियों की चपेट में आ सकते हो।
8. घर का करें शुद्धिकरण : ऐसे भी कहा जाता है कि ग्रहण के दौरान बैक्टीरिया और वायरसों की संख्या घट-बढ़ जाती है। ऐसे में किसी भी प्रकार का रोग नहीं हो इसके लिए ग्रहण के बाद घर की साफ-सफाई के साथ ही उसका शुद्धिकरण किया जाता है।
9. अग्निकर्म : मान्यता के अनुसार ग्रहण के दौरान किसी भी प्रकार का अग्निकर्म नहीं किया जाता है। जैसे खाना पकाना, दाह संस्कार करना आदि। हालांकि इस संबंध में किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
10. भूकंप और तूफान : यह भी कहा जाता है कि ग्रहण के पूर्व या बाद में 40 दिन के अंतराल में भूकंप आता है और समुद्र में तूफान भी उत्पन्न होते हैं। ऐसे में यदि आप ऐसी जगह पर रह रहे हैं जहां पर भूकंप या तूफान आने का अंदेशा ज्यादा रहता है तो आप को सावधान रहना।