सावन सोमवार का व्रत ये 10 लोग भूल से भी न रखें
1. रजस्वला स्त्री : रजस्वला स्त्री को व्रत नहीं रखना चाहिए। ऐसा इसलिए कि इस दौरान अशुद्धि रहती और व्रत करने में कठिनाई भी होती हैं।
2. रोगी : रोगी व्यक्ति को व्रत नहीं रखना चाहिए। रोग या बुखार आदि स्थिति में भी व्रत नहीं रखना चाहिए।
3. यात्री : उसे व्रत नहीं रखना चाहिए जो लंबी यात्रा पर हो। यदि कहीं पर जरूरी यात्रा करनी हो तब भी व्रत रखना जरूरी नहीं है।
4. सैनिक : सैनिक को जो विशेष अभियान या युद्ध पर हो। युद्ध जैसी स्थिति में व्रत त्याज्य है।
5. असंकल्पी : व्रत करने से उत्तेजना बढ़े और व्रत रखने पर व्रत भंग होने की संभावना हो तो ऐसे असंकल्पी व्यक्ति को भी व्रत नहीं करना चाहिए।
6. अशौच : अशौच अवस्था में व्रत नहीं करना चाहिए। अशौच अर्थात अशुद्ध, मलिनता आदि। यानी बगैर स्नान करें या नशे आदि का त्याग करें बगैर व्रत नहीं रख सकते।
7. कमजोर व्यक्ति : जिसकी शारीरिक स्थिति ठीक न हो उसे भी व्रत नहीं रखना चाहिए। उसे उत्तम फल और भोजन का उपयोग करना चाहिए।
8. बच्चे : बच्चों को व्रत नहीं रखना चाहिए क्योंकि उनका शरीर निरोगी रहने के साथ ही विकसित हो रहा शरीर रहता है।
9. वृद्ध : बूढ़ों को भी अपनी शारीरिक स्थिति अनुसार व्रत नहीं रखना चाहिए या वे व्रत के खाद्य पदार्थ खाकर व्रत रख सकते हैं।
10. शारीरिक या मानसिक मेहनत करने वाले : घर-गृहस्थी में ऐसे कई महत्वपूर्ण कार्य होते हैं जिनको करना होता है। जिनको करने से शारीरिक या मानसिक श्रम लगता है और मानसिक कष्ट होता हो तो भी व्रत नहीं रखना चाहिए।