हरियाली अमावस्या के 5 अचूक उपाय, सोए भाग्य को करेगा जागृत
Hariyali Amavasya 2025: 24 जुलाई 2025 गुरुवार के दिन हरियाली अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा। इसे महाराष्ट्र में गटारी अमावस्या कहते हैं। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में चुक्कला एवं उड़ीसा में चितलागी अमावस्या कहते हैं। इस दिन कई जगहों पर मेला लगता है और लोग झूला झूलते हैं। इस दिन पितृदोष से मुक्ति हेतु पितृ शांति के उपाय किए जाते हैं। इस दिन आम, आंवला, केला, नींबू, तुलसी, पीपल, वटवृक्ष और नीम के पौधों को रोपने का विशेष महत्व बताया गया है। वृक्ष रोपण करने ग्रह नक्षत्र और पितृदोष शांत हो जाते हैं। इस दिन शिव और विष्णु पूजा के साथ ही श्रीमद्भगवद्गीता का पाठ करने का महत्व है। इस दिन व्रत करने का भी बहुत महत्व बताया गया है। सभी तरह के रोग और शोक मिटाने हेतु विधिवत रूप से इस दिन व्रत रखा जाता है। इस दिन आप 5 अचूक उपाय करेंगे तो भाग्य जागृत हो जाएगा और किसी भी कार्य में आ रही रुकावट दूर होगी।
1. दीपदान: इस दिन दान के साथ ही दीपदान भी करना चाहिए। इस दिन आटे के दीपक जलाकर नदी में प्रवाहित करने से पितृदेव और माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है। इस दिन शनिदेवजी के मंदिर में विधि अनुसार दीपक लगाने से वे प्रसन्न होते हैं।
2. पीपल परिक्रमा: इस दिन पीपल के वृक्ष की पूजा करके उसकी परिक्रमा की जाती है। इससे धन संबंधी समस्या दूर होती है, पितरों का आशीर्वाद मिलता है और सोया भाग्य जाग जाता है।
3. मछली और चींटिों को दाना: इस दिन किसी नदी या तालाब में जाकर मछली को आटे की गोलियां खिलाने से धन समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस दिन घर के पास चींटियों को सूखे आट में चीनी मिलाकर खिलाने से संभी तरह के संकट दूर होते हैं। इस दिन किसी गरीब व्यक्ति या ब्राह्मण को भोजन कराने के बाद उसे दक्षिणा दें और गेहूं एवं ज्वार की धानी का प्रसाद वितरण करें।
4. हनुमान पूजा: इस दिन हनुमान मंदिर जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें और हनुमानजी को सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाएं। ऐसे करने से सभी अलाबला दूर होकर संकटों का समाधान हो जाता है।
5. ज्योतिष उपाय: हरियाली अमावस्या की रात्रि में पूजा करते समय पूजा की थाली में स्वास्तिक या ॐ बनाकर और उस पर महालक्ष्मी यंत्र रखें फिर विधिवत पूजा अर्चना करें, ऐसा करने से घर में स्थिर लक्ष्मी का वास होगा और आपको सुख समृद्धि की प्राप्ति होगी।