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ईसाई धर्म : व्यापक रूप से हुए एक शोध के अनुसार ईसा मसीह ने कश्मीर में एक बौद्ध मठ में शिक्षा और दीक्षा ग्रहण की। ईसा मसीह के 12 शिष्यों में से एक शिष्य सेंट थॉमस ने ही सर्वप्रथम केरल के एक स्थान से ईसाई धर्म का प्रचार-प्रसार शुरू किया।
दक्षिण भारत में सीरियाई ईसाई चर्च सेंट थॉमस के आगमन का संकेत देता है। इसके बाद सन् 1542 में सेंट फ्रांसिस जेवियर के आगमन के साथ भारत में रोमन कैथोलिक धर्म की स्थापना हुई जिन्होंने भारत के गरीब हिन्दू और आदिवासी इलाकों में जाकर लोगों को ईसाई धर्म की शिक्षा देकर सेवा की आड़ में ईसाई बनाने का कार्य शुरू किया। इसके बाद भारत में अंग्रेजों के शासन के दौरान इस कार्य को और गति मिली। फिर भारत की आजादी के बाद 'मदर टेरेसा' ने व्यापक रूप से लोगों को ईसाई बनाया। वर्तमान में ईसाई धर्मावलंबियों की संख्या लगभग 1 करोड़ 50 लाख के आसपास है।
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इस्लाम : सर्वप्रथम अरब व्यापारियों के माध्यम से इस्लाम धर्म 7वीं शताब्दी में दक्षिण भारत में और सिंधु नदी के बंदरगाह पर आया। इसके पहले इस्लाम ने अफगानिस्तान (पहले जो भारत का हिस्सा था) के उत्तर में हिन्दूकुश पर्वतमाला से घुसकर हिन्दू शाही वंश पर हमला किया और भारतीय दीवार को तोड़ दिया।
अफगानिस्तान पहले था हिन्दू राष्ट्र
7वीं सदी में इस्लाम के केरल, बंगाल दो प्रमुख केंद्र थे, जबकि पश्चिम भारत में अफगानिस्तान। इसके बाद 7वीं सदी में ही मोहम्मद बिन कासिम ने बड़े पैमाने पर कत्लेआम कर भारत के बहुत बड़े भू-भाग पर कब्जा कर लिया, जहां से हिन्दू जनता को पलायन करना पड़ा। जो हिन्दू पलायन नहीं कर सके वे मुसलमान बन गए या मारे गए। जिस भू-भाग पर कब्जा किया था, वह आज का आधा पाकिस्तान है, जो पहले कुरु-पांचाल जनपद के अंतर्गत आता था। अफगानिस्तान के उत्तर में गांधार महाजनपद हुआ करता था और संपूर्ण अफगानिस्तान को 'आर्याना' कहते थे।
इनके पश्चात अफगानी, ईरानी और मुगल साम्राज्य के दौर में भारत में इस्लाम धर्म दो तरीके से फला और फैला। पहला सूफी संतों के प्रचार-प्रसार से तथा दूसरा मुस्लिम शासकों द्वारा किए गए दमन चक्र से। मुगल भारतीय नहीं थे, वे सभी तुर्क थे। अकबर, शाहजहां, औरंगजेब आदि सभी तुर्किस्तान के लोग थे। जो अफगानी, ईरानी, मुगल थे उनकी नस्ल का कहीं अता-पता नहीं चलता और कुछ गुलाम वंश के शासक भी अंग्रेजों के काल में अपने-अपने देश लौट गए। रह गए तो वे भारतीय हिन्दू, जो अब मुसलमान हो चुके थे।
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