चाणक्य के अनुसार इन 2 लोगों से दूरी बनाए रखें वर्ना पछताएंगे
चाणक्य नीति में आचार्य चाणक्य ने नीति, धर्म, राजनीति और समाज की कई बातें लिखी हैं। उन्हीं में से 2 बातें जानिए। यह आपके जीवन में बहुत काम की हैंं ....
1.दुष्ट या मूर्ख स्त्री- दुष्ट स्त्री कई प्रकार की होती है। कर्कशा, चरित्रहीन या बुरे स्वभाव की स्त्री से दूर रहने में ही भलाई है अन्यथा आपका मान-सम्मान तो जाएगा ही, साथ में धन और कीमती समय भी जाता रहेगा। महाभारत और चाणक्य का मानना था कि सज्जन पुरुष अगर ऐसी ही किसी स्त्री के संपर्क में आते हैं तो उन्हें अपयश ही प्राप्त होता है।
2.हमेशा दुखी रहने वाले लोग- बहुत से लोग हैं, जो बिना बात के ही दुखी रहते हैं। ऐसे लोगों से हमेशा दूर रहें। महाभारत और चाणक्य के अनुसार कुछ लोग भगवान द्वारा बहुत कुछ दिए जाने के बाद भी हमेशा विलाप करते रहते हैं तथा अपना दुख प्रकट करते रहते हैं तो ऐसे लोगों से दूर ही रहना चाहिए। क्यों?
दुखी लोगों के साथ रहकर अच्छे-भले सुखी लोग भी दुखी हो जाते हैं। बार-बार दुख पर चर्चा करना और दुख के बारे में ही सोचते रहने से एक दिन आपके जीवन में भी दुख प्रवेश कर जाएगा और आप भी दुखी ही रहेंगे। हंसना, रोना, सुखी रहना और दुखी रहना यह संक्रमण रोग की तरह होता है। हर व्यक्ति के जीवन में दुख होता है लेकिन उस दुख का रोना रोते रहो और उसका विस्तार करते रहो या उस दुख में ही सुखी रहो यह कहां तक उचित है।