नर्मदापुरम् में हो रहे जनकल्याणार्थ महायज्ञ की तैयारियां अंतिम चरण में
-ज्योतिर्विद् पं हेमन्त रिछारिया
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से 75 किमी. दूर स्थित पवित्र पावन मां नर्मदा के तट पर बसे 'नर्मदापुरम्' नगर में होने जा रहे जनकल्याणार्थ महायज्ञ की तैयारियां अब अपने अन्तिम चरण में हैं। नर्मदा तट स्थित यज्ञस्थल में श्री धूनीवाले दादाजी का भव्य एवं दिव्य दरबार की स्थापना होने के साथ ही इस महायज्ञ के लिए हवन-कुण्ड का निर्माण भी हो चुका है।
इस आयोजन से जुड़े ज्योतिषाचार्य पं हेमन्त रिछारिया ने बताया कि इस महायज्ञ का आयोजन श्री धूनीवाले दादाजी के कृपापात्र सेवक संत श्री दादाजी शिवानन्द महाराज द्वारा किया जा रहा है। बाबा शिवानन्द जी महाराज अखंड परिक्रमावासी हैं, जो अपना आगामी चातुर्मास मां नर्मदा के तट पर स्थित नर्मदापुरम् नगर में व्यतीत करेंगे। दादाजी शिवानन्द महाराज श्री धूनीवाले दादाजी, दादाजी दरबार (खण्डवा) की परम्परा के सिद्ध संत हैं, जो बाल्यकाल से ही आध्यात्मिक साधना में रत हैं।
बाबाजी के अनुसार दिनांक 10 जुलाई 2025, गुरु पूर्णिमा से प्रारंभ होने वाला यह जनकल्याणार्थ महायज्ञ 29 अगस्त 2025 तक चलेगा। 29 अगस्त 2025 भाद्रपद शुक्ल षष्ठी को इस महायज्ञ की पूर्णाहुति होगी। दादाजी दरबार में प्रतिदिन प्रात: 7 बजे आरती होगी। प्रतिदिन 5100 नर्मदेश्वर शिवलिंगों एवं 11000 रुद्राक्षों का महाअभिषेक होगा।
कार्यक्रम में रुद्री महायज्ञ मध्याह्न 2 बजे से 4 तक किया जाएगा। सायंकाल 4 बजे से भूतभावन भगवान शिव का सह्स्रार्चन होगा। रात्रि 7:30 बजे बाबाजी शिवानन्द महाराज जी द्वारा हवन किया जाएगा। प्रतिदिन रात्रि में 11000 दीप प्रज्वलित कर दादाजी महाराज की महाआरती की जाएगी। आयोजन में पधारे सभी भक्तों को प्रतिदिन भंडारा प्रसादी का वितरण किया जाएगा।
आयोजन के बारे में ज्योतिषाचार्य पं. रिछारिया का कहना है कि इस प्रकार के 'भूतो ना भविष्यति' होने वाले महायज्ञ के आयोजन से आम जनमानस के आध्यात्मिक संस्कारों में वृद्धि होगी और वे इस पावन कर्म में सम्मिलित होकर पुण्यलाभ तो अर्जित करेंगे ही साथ ही साथ उन्हें एक सिद्ध संत का सानिध्य व आशीर्वाद भी सहज ही प्राप्त होगा।
नर्मदापुरम् क्षेत्र के निवासियों व साधकों के लिए यह परम सौभाग्य की बात है कि दादाजी शिवानन्द महाराज जैसे सिद्ध संत का चातुर्मास हमारे नगर में नर्मदा तट पर होगा। बाबाजी अब तक अखंड नर्मदा परिक्रमा करने के साथ ही सौ से अधिक जनकल्याणार्थ महायज्ञ सम्पन्न कर चुके हैं।
पूर्ण शुचिता एवं सात्विक उद्देश्य से सम्पन्न किए यज्ञ में जनकल्याण के साथ-साथ सम्पूर्ण विश्व का कल्याण निहित होता है। यह नर्मदापुरवासियों के लिए बड़े ही सौभाग्य की बात है कि वे इस पुनीत कर्म में अपनी श्रद्धा रूपी आहुति देकर पुण्यलाभ अर्जित कर सकेंगे।