विभाजन का विरोध, सीमांध्र बंद से जनजीवन प्रभावित
हैदराबाद। आंध्रप्रदेश के विभाजन को केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंजूरी के खिलाफ शुक्रवार सुबह शुरू हुए बंद के कारण तटीय आंध्र और रायलसीमा में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। तेदेपा, वाईएसआरसीपी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं और एकीकृत आंध्र के अन्य समर्थकों ने दोनों इलाकों में विरोध प्रदर्शन किए। बंद के कारण आंध्रप्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बस सेवाएं बाधित हुईं। दुकानें, वाणिज्यिक संस्थान और शैक्षणिक संस्थान बंद रहे। आंध्रप्रदेश के अराजपत्रित अधिकारियों, वाईएसआर कांग्रेस और सीमांध्र तेदेपा नेताओं ने आंध्रप्रदेश के विभाजन के खिलाफ बंद का आह्वान किया था।पुलिस ने अलर्ट घोषित कर दिया है और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाबल को पहले ही तटीय आंध्र और रायलसीमा भेज दिया गया है। विजयवाड़ा से मिली एक रिपोर्ट में बताया गया है कि पुलिस ने विरोध प्रदर्शन कर रहे तेदेपा विधायक देवीनेनी उमामहेश्वरी राव और उनके समर्थकों को हिरासत में ले लिया।विजयवाड़ा चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष वेलमपल्ली रामचंद्र राव ने बताया कि हालांकि चैंबर ने बंद आहूत नहीं किया है लेकिन शहर के व्यवसायियों ने स्वेच्छा से अपनी दुकानें बंद रखी हैं। विशाखापत्तनम से मिली रिपोर्ट के अनुसार केंद्र के निर्णय के खिलाफ आहूत बंद को शहर में मिलीजुली प्रतिक्रिया मिली है। शहर में स्कूल, बैंक और व्यावसायिक संस्थान बंद रहे। वाईएसआरसीपी और तेदेपा के कार्यकर्ताओं ने शहर में रैलियां निकालीं।समैक्य आंध्र विद्युत कर्मचारी जेएसी के प्रतिनिधियों ने कहा कि वे राज्य विभाजन के खिलाफ नौ और दस दिसंबर को हैदराबाद में एक बैठक में कार्य योजना तैयार करेंगे।पुलिस ने न्याय व्यवस्था बनाए रखने के लिए संवेदनशील इलाकों पर सुरक्षा बढ़ा दी है। उन्होंने बताया कि स्थिति शांतिपूर्ण हैं और अभी तक किसी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। (भाषा)