उद्धव ने जारी की फडणवीस की ऑडियो क्लिप, कांग्रेस-एनसीपी ने की चुनाव आयोग से जांच की मांग
मुंबई। पालघर लोकसभा सीट पर होने जा रहे उपचुनाव से पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की एक ऑडियो क्लिप जारी की है, जिसमें वे भाजपा कार्यकर्ताओं से उपचुनाव जीतने के लिए कथित तौर पर हर तौर-तरीका अपनाने की अपील करते सुनाई दे रहे हैं।
उद्धव ने पालघर में शुक्रवार रात एक रैली को संबोधित करते हुए ऑडियो क्लिप जारी किया। पालघर में 28 मई को उपचुनाव होने वाले हैं। भाजपा ने आरोप लगाया कि शिवसेना ने ऑडियो क्लिप से छेड़छाड़ की है और वह पूरी क्लिप जल्द ही जारी करेगी। पार्टी ने कहा कि वह प्रौद्योगिकी के गलत इस्तेमाल की शिकायत चुनाव आयोग से करेगी।
फडणवीस को क्लिप में कहते सुना जा रहा है, पालघर में यदि कोई हमारे वजूद को चुनौती दे रहा है और हमसे विश्वासघात कर रहा है, हमारा सहयोगी बताते हुए हमारे पीठ में छुरा मारा है, तो उन्हें सबक सिखाया जाना चाहिए। हमें अब चुप नहीं बैठना चाहिए। हमें बड़ा हमला करना चाहिए और उन्हें दिखा देना चाहिए कि भाजपा क्या है।
उन्होंने कथित तौर पर कहा, यदि हम इस चुनाव को जीतना चाहते हैं, तो उसी तरह का जवाब देना होगा.. ‘साम, दाम, दंड, भेद’ का इस्तेमाल कर जवाब दें। किसी की धौंस बर्दाश्त नहीं करें। उलटा उन पर धौंस जमाएं.. मैं आपके पीछे खड़ा रहूंगा। ऑडियो जारी करने के बाद उद्धव ने चुनाव आयोग से फडणवीस के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। विपक्षी कांग्रेस और एनसीपी ने भी चुनाव आयोग से क्लिप की जांच कराने की मांग की।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि विरोधी दल के खिलाफ ऐसी भाषा का इस्तेमाल एक मुख्यमंत्री को शोभा नही देता। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने ऑडियो क्लिप पर फडणवीस का स्पष्टीकरण मांगा। उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री को क्लिप के बारे में स्पष्टीकरण जारी करना चाहिए। हम चुनाव आयोग से इसकी जांच और उचित कार्रवाई करने की मांग करते हैं।
चव्हाण ने एक ट्वीट में कहा, यदि क्लिप सही है तो मुख्यमंत्री को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए, लेकिन यदि यह फर्जी है तो फडणवीस को उद्धव ठाकरे के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने भी चुनाव आयोग से मामले की जांच करने की मांग की।
उन्होंने मुख्यमंत्री के खिलाफ आईपीसी की धारा 506 के तहत शिकायत करने की भी मांग की। उन्होंने कहा, यदि मुख्यमंत्री इस तरह से लोगों को धमका रहे हैं तो यह चुनावी माहौल को खराब करने जैसा है। (भाषा)