अभेद्य किले में तब्दील हुआ ईश्वरीगंज
कानपुर। उत्तरप्रदेश के कानपुर में देश के 14वें राष्ट्रपति 15 सितम्बर को अपने गृह जनपद कानपुर आ रहे हैं। इसको देखते हुए उनकी सुरक्षा को लेकर जिला व पुलिस प्रशासन कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में 15 सितंबर दिन शुक्रवार को दौरा करने आ रहे हैं।
यहां पर महामहिम अपने कानपुर निवास के कल्याणपुर ब्लॉक के बिठूर स्थित ईश्वरीगंज गांव में स्वच्छ भारत मिशन के तहत कार्यक्रम में शामिल होंगे और प्रधानों को सम्बोधित करेंगे। राष्ट्रपति के कार्यक्रम को लेकर जिला व पुलिस प्रशासन में सबसे बड़ी चुनौती उनकी सुरक्षा को लेकर है।
अधिकारी से लेकर हर विभागों के अफसरों के साथ बैठक कर डीएम सुरेन्द्र सिंह व्यवस्थाओं को लेकर जहां फुल प्रूफ रणनीति बनाकर काम करा रहे हैं तो वहीं एडीजी अविनाश चन्द्र, आईजी रेंज आलोक सिंह व डीआईजी सोनिया सिंह सुरक्षा को लेकर अभेद सुरक्षा घेरा तैयार करने में जुटे हैं।
सुरक्षा को लेकर ज्यादा फोकस करते हुए पुलिस प्रशासन ने कार्यक्रम स्थल ईश्वरीगंज से लेकर आसपास आने वाले आधा दर्जन से अधिक गांवों में रहने वालों ग्रामीणों को वेरीफिकेशन कराया है।
सुरक्षा की कड़ी में पुलिस ने इन गांवों में लाइसेंस धारकों के असलहे जमा कराने की प्रक्रिया भी तेज कर दी है। कार्यक्रम स्थल से सुरक्षा के दृष्टिकोण से अभेद किले में तब्दील करते हुए इन गांवों के घरों में राष्ट्रपति के आने से लेकर जाने तक पुलिस कर्मियों को तैनात किया जा रहा है और यहां पर रहने वालों की निगरानी खुफिया एजेंसियों को सौंप दी गई है।
क्या बोले अधिकारी : डीआईजी कानपुर ने बताया कि गांव में जिनके पास लाइसेंसी अलसहे हैं,उन्हें जमा कराया गया है। इसके साथ सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए गांव में रहने वालों का वेरीफिकेशन भी कराया गया है। किसी भी स्तर पर राष्ट्रपति की सुरक्षा में समझौता नहीं किया जाएगा। पुलिस प्रशासन पूरी मुस्तैदी से अपना काम करेगा। इसको लेकर मातहत पुलिस कर्मियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
अपराधियों पर पैनी नजर : सुरक्षा के तहत ईश्वरीगंज व आसपास के दर्जनों गांवों में आपराधिक गतिविधियों में लिप्त बदमाशों व वांछितों पर थाना स्तर पर निगरानी बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही एलआईयू को भी इन जगहों पर सक्रियता बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।