बीजेपी कार्यकर्ता ने ही मंदसौर नगर पालिका अध्यक्ष को उतारा मौत के घाट, सीएम का शिवराज पर पलटवार
भोपाल। मंदसौर जिला अध्यक्ष मर्डर मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। बीजेपी नेता को सरेआम मौत के घाट उतारने वाला कोई और नहीं बल्कि बीजेपी का नेता ही निकला। हत्याकांड का मुख्य आरोपी मनीष बैरागी भाजपा नेता है, जिसने जमीन से जुड़े एक मामले में विवाद के चलते नगर पालिका अध्यक्ष प्रहलाद बंदवार की हत्या कर दी।
मुख्य आरोपी मनीष बैरागी के सोशल मीडिया पर कई ऐसे पोस्ट हैं जिसमें वो बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ नजर आ रहा है, वहीं मंदसौर में बीजेपी नेता प्रहलाद बंदवार की हत्या को लेकर सियासत तेज हो गई है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पूरे मामले को लेकर बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी मामले को बेवजह तूल देने की कोशिश कर रही है।
बीजेपी नेता की हत्या के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह के लिखे पत्र के जवाब में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पत्र लिखकर पलटवार करते हुए लिखा कि इंदौर और मंदसौर हत्याकांड की निष्पक्ष जांच होगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। सीएम कमलनाथ ने लिखा कि सूबे की कानून व्यवस्था को लेकर सरकार गंभीर है। कांग्रेस की सरकार में अपराधी तत्वों को प्रदेश में कोई स्थान नहीं है। अपराधी चाहे जितना भी बड़ा हो उसे किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।
शिवराज के लेकर पत्र में मुख्यमंत्री ने शिवराजसिंह पर तंज सकते हुए कहा कि प्रदेश पर वर्षों से लगे देश में अपराधों में शीर्ष प्रदेश के दाग को कांग्रेस सरकार मिटाना चाहती है। अपने पत्र में मुख्यमंत्री ने इंदौर के चर्चित ट्विंकल डागरे मर्डर मामले का दो साल तक राजनैतिक दबाव के चलते खुलासा नहीं होने की बात भी कही है।
मुख्यमंत्री ने शिवराजसिंह चौहान को भरोसा दिलाया है कि मध्यप्रदेश एक शांति का टापू बना रहेगा और अपराधियों के मनोबल में जो बढ़ोतरी पिछले कुछ सालों में हुई है, उसको कांग्रेस सरकार जड़ से खत्म करेगी। वहीं बीजेपी नेता की हत्या के विरोध में शुक्रवार को मंदसौर में बीजेपी ने बंद का आह्वान किया है। शहर के मुख्य बाजार सुबह से बंद हैं, वहीं बीजेपी नेता की अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।