कोलकाता में आज भाजपा का बड़ा आंदोलन, अस्पताल के पास धरना, CM हाउस तक कैंडल मार्च
Kolkata rape murder case : कोलकाता में महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या के मामले में 5वें दिन भी डॉक्टरों की हड़ताल जारी है। भाजपा भी आज इस मामले में बड़ा आंदोलन करने जा रही है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग करते हुए भाजपा की महिला शाखा सीएम हाउस तक कैंडल लाइट मार्च निकालेगी।
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने पार्टी शुक्रवार से पूरे राज्य में आपातकालीन वार्ड और अन्य स्थानों पर तोड़फोड़ के खिलाफ कई विरोध कार्यक्रम आयोजित करेगी। उन्होंने कहा कि हम तोड़फोड़ की घटना के विरोध में मुख्यमंत्री आवास तक मार्च निकालेंगे।
मजूमदार ने कहा कि भाजपा आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के निकट धरना-प्रदर्शन भी करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा की महिला शाखा गुरुवार तड़के अस्पताल में हुई तोड़फोड़ के विरोध में शुक्रवार को हाजरा क्रॉसिंग से बनर्जी के दक्षिण कोलकाता स्थित कालीघाट स्थित आवास तक कैंडल लाइट मार्च निकालेगी।
अर्धसैनिक बलों की तैनाती की मांग : इस बीच पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने केंद्र को पत्र लिखकर राजकीय आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में अर्धसैनिक बलों को तैनात करने की मांग की।
भाजपा नेता अधिकारी ने केंद्रीय गृह सचिव को लिखे अपने पत्र में कहा कि पुलिस का कर्तव्य था कि वह अपराध स्थल की सुरक्षा करे, साथ ही अस्पताल के कर्मियों और वहां इलाज करा रहे मरीजों को भी सुरक्षा प्रदान करे लेकिन वे इसमें बुरी तरह विफल रहे।
उन्होंने कहा कि अपनी अक्षमता के कारण, मासूम लोगों की रक्षा करने के बजाय, वे खुद शौचालयों में बंद हो गए जिससे पूरा अस्पताल दंगाइयों के लिए खुल गया। जब भीड़ ने तोड़फोड़ कर ली तब दिखावे के लिए पुलिस कर्मी आंसू गैस के गोले छोड़ने लगे, जो इस बात की पुष्टि करता है कि पुलिस अधिकारी दंगाइयों के साथ मिले हुए थे और कार्रवाई का दिखावा करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए। कोलकाता पुलिस और उसके आयुक्त की भूमिका संदिग्ध है।
इस बीच तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया कि अस्पताल में तोड़फोड़ भाजपा और माकपा द्वारा रची गई साजिश थी। पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि सीबीआई ने जांच अपने हाथ में ले ली है और राज्य ने एजेंसी को पूरा सहयोग दिया है। शुभेंदु जैसे भाजपा नेता नाजुक हालात का फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं। वे हर चुनाव में बंगाल की जनता द्वारा नकारे जाने के बाद हताश हैं।
Edited by : Nrapendra Gupta