जब महापौर को आया गुस्सा, कार छोड़ रिक्शा से निकल गईं घर
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ महिला नेता व कानपुर की महापौर प्रमिला पांडे गाड़ी की सर्विस का भुगतान न होने के चलते रिक्शा से घर के लिए निकल गई। यही नहीं, इस दौरान नगर निगम के अधिकारी यह सब देखते रहे।
महापौर प्रमिला पांडे नगर निगम के अधिकारियों से कहा कि सरकारी गाड़ी की सर्विस का भुगतान कराया जाए। अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। इससे परेशान होकर महापौर ने रिक्शा मंगाया और वहीं से रिक्शा में बैठकर घर के लिए निकल गईं। इस दौरान नगर निगम में मौजूद किसी भी अधिकारी ने उन्हें रोकने की जुर्रत नहीं समझी।
इसके बाद घर में प्रेस वार्ता कर महापौर ने अपना दर्द बयां किया। महापौर ने कहा कि मेरी कोई नहीं सुनता। पुलिस प्रशासन तो दूर नगर निगम के अधिकारी भी नहीं सुनते। बताया कि जब महापौर की शपथ ली थी तो इनोवा गाडी उपलब्ध कराई गई थी। इसकी अब तक दो बार सर्विस हो चुकी है और जब तीसरी सर्विस के लिए गाड़ी को भेजा गया तो इसलिए मना कर दिया गया कि पिछली दो सर्विसों का भुगतान नही हुआ।
जब इस संबंध में नगर निगम के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने धनाभाव का कारण बताकर भुगतान न होने की बात कही। महापौर ने बताया कि इसी तरह पुलिस भी सहयोग नहीं कर रही है। बताया कि बीते दिनों ग्वालटोली में नाले पर अतिक्रमण हटवाने के लिए आईजी ने फोर्स भेजने के बात कही थी, लेकिन मौके पर पुलिस फोर्स आया ही नहीं।
वहीं उस दौरान नाराज लोगों ने उन्हें घेर लिया था। लोगों की भीड़ के बीच से उनके समर्थकों ने किसी प्रकार उन्हे बाहर निकाला। कहा कि यदि आक्रोषित भीड़ में उनके साथ कोई अप्रिय घटना होती तो जिम्मेदारी कौन लेता। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, ऐसा कई बार देखने को मिला है।
उन्होंने कहा कि शहर को वह जाम और अतिक्रमण से मुक्त कराना चाहती है लेकिन पुलिस व प्रशासन का उन्हें कोई सहयोग नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि वह इसकी लिखित शिकायत मुख्यमंत्री को करेगी।