जेवर में हुई लूट व गैंगरेप मामले में पुलिस के हाथ खाली
नोएडा। थाना जेवर क्षेत्र के सबौता गांव के पास 24-25 मई की दरमियानी रात को मानवता को शर्मसार करने वाली हुई घटना के मामले में पुलिस अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पीआरओ गजेंद्र श्रोतिया ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए 5 टीमें बनाई गई हैं।
ज्ञात हो कि अभी तक पुलिस बदमाशों का स्कैच भी जारी नहीं कर पाई है। बदमाशों की गिरफ्तारी नहीं होने से पीड़ित परिवार के लोगों में भारी रोष है।
विदित हो कि जेवर के रहने वाले शकील कुरैशी बुलंदशहर के एक अस्पताल में भर्ती अपनी बहन को देखने के लिए अपने परिवार के 8 लोगों के साथ गुरुवार रात 2 बजे बुलंदशहर जा रहे थे। तभी सबौता गांव के पास अज्ञात बदमाशों ने उनकी कार के टायर को गोली मारकर पंचर कर दिया।
बदमाशों ने कार सवार 8 लोगों को बंधक बना लिया तथा उन्हें खेतों में ले जाकर परिवार की 4 महिलाओं के साथ बलात्कार किया। विरोध करने पर बदमाशों ने कुरैशी को गोली मार दी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
घटना की सूचना पाकर आईजी, कमिश्नर, जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित कई अफसर मौके पर पहुंचे और बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए रणनीति बनाई लेकिन घटना के 32 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस अभी तक कोई ठोस सुराग नहीं निकाल पाई है। बदमाशों की तलाश के लिए यूपी एसटीएफ, एन्टी स्ट्रोक्शन सेल क्राइम ब्रांच व नोएडा पुलिस के अधिकारियों को लगाया गया है।
पीड़ित परिवार के लोगों का कहना है कि यह घटना लूट व बलात्कार की है। पुलिस के कुछ लोगों ने उनसे जबरन यह बात कहलवा दी थी कि इसके पीछे किसी दुश्मन का हाथ है। पुलिस बावरिया गैंग, एक्सप्रेस हाईवे पर एक्सल डालकर लूट करने वाले मेवाती गैंग व पूर्व में हाईवे पर लूट करने के मामले में जेल गए बदमाशों की कुंडली खंगाल रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार बीते वर्ष जुलाई में बुलंदशहर में हाईवे पर हुई बलात्कार व लूट की घटना में जेल गए कुछ आरोपी जमानत पर छूटकर बाहर आ चुके हैं। पुलिस उनसे भी पूछताछ की कोशिश कर रही है। (भाषा)