सदन में मुझे मां-बहन की गालियां दी गईं, हमले की भी योजना थी
तेजस्वी यादव ने डिप्टी सीएम को कहा उद्दंड, उजड्ड, अमर्यादित, अशिष्ट और अभद्र
Leader of Opposition Tejashwi Yadav News: बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि यही बीजेपी के कुसंस्कार है। सदन के अंदर 'माँ-बहन' की गाली दे रहे शख्स बिहार विधानसभा के अध्यक्ष जैसे पद पर भी रह चुके हैं। आप कल्पना करिए कैसे शीर्ष नेतृत्व से प्रशिक्षित ऐसे लोग लोकतंत्र के मंदिर में संसदीय मर्यादाओं को तार-तार कर रहे हैं।
विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सदस्यों ने उन पर हमले की पहले से योजना बना रखी थी। उन्होंने दावा किया कि भाजपा विधायक जनक सिंह ने मुझे अपशब्द कहे। किसी ने उन्हें नहीं रोका। बाद में, संजय सिंह मेरी ओर बढ़े और मुझे मेरे पार्टी सहयोगियों ने बचाया। उप-मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने बयान दिया था कि राजद के डीएनए में सुपारी लेकर हत्या करने की आदत है और इसलिए वह अनियंत्रित व्यवहार करता है। इस बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा कि मैं अपना लाइसेंसी हथियार सरेंडर करने को तैयार हूं।
शाह का नीतीश पर भरोसा नहीं रहा : बिहार विधानसभा में तेजस्वी यादव ने मानसून सत्र के अंतिम दिन विपक्ष द्वारा पेश कटौती प्रस्ताव पर बहस में भाग लेते हुए कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भरोसा नहीं है। यादव ने कहा कि शाह का नीतीश कुमार पर से भरोसा उठने की क्या वजह है? वह कहते रहते हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव जद-यू (जनता दल यूनाइटेड) अध्यक्ष के नेतृत्व में लड़ा जाएगा, लेकिन मुख्यमंत्री कौन होगा, यह तो समय ही बताएगा।
राजद नेता ने कहा कि अगर शाह को अब भी नीतीश कुमार के नेतृत्व पर भरोसा है, तो उन्हें सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए घोषणा करनी चाहिए कि मुख्यमंत्री 2030 तक सत्ता की कुर्सी पर बने रहेंगे। गृहमंत्री सीतामढ़ी के अपने आगामी दौरे के दौरान इसकी घोषणा करें। भाजपा के प्रमुख रणनीतिकार माने जाने वाले शाह अगस्त में सीतामढ़ी का दौरा करेंगे, जहां वह माता सीता के एक भव्य मंदिर की आधारशिला रखेंगे।
बिहार सरकार, खटारा कार : यादव ने यह भी कहा कि राजग बिहार में दोबारा सत्ता में नहीं आने वाला है। यह सरकार 20 साल पुरानी है और एक खटारा कार की तरह हो गई है। पूर्व उपमुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि यहां तक कि अब केंद्र सरकार ने भी आदेश दिया है कि 15 साल से अधिक पुराने वाहन सड़कों से हटा दिए जाएं। तेजस्वी ने नीतीश कुमार के खिलाफ अपना हमला जारी रखते हुए कहा कि मुख्यमंत्री होश में नहीं हैं, सभी मुद्दों पर चुप रहते हैं और एक महत्वपूर्ण सहयोगी होने के बावजूद विशेष पैकेज के लिए केंद्र पर दबाव नहीं डाल सकते।
एनडीए यानी नेशनल दामाद आयोग : उन्होंने आरोप लगाया कि लगता है जदयू ने खुद को भाजपा के एक प्रकोष्ठ की हैसियत में ला दिया है। कुछ मुट्ठी भर लोग, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे मुख्यमंत्री की आंख और कान हैं, सभी भाजपा के लिए काम कर रहे हैं। तेजस्वी ने कहा कि जदयू के लोग आरएसएस कोटे की बात करने लगे हैं। उनका इशारा मुख्यमंत्री की पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और मंत्री अशोक चौधरी की ओर था, जिन्होंने हाल ही में दावा किया था कि उनके दामाद को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) की सिफारिश पर धार्मिक न्यासों के लिए गठित राज्य बोर्ड का सदस्य बनाया गया था।
नेता प्रतिपक्ष ने बोर्ड और आयोगों में नियुक्तियों में व्यापक भाई-भतीजावाद का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए (राजग का अंग्रेजी संक्षिप्त शब्द) को नेशनल दामाद आयोग (दामादों के लिए आयोग) कहा जाना चाहिए। उन्होंने नीतीश कुमार सरकार पर उनके वादों का नकल करने का आरोप लगाया। (भाषा/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala