उत्तराखंड की बारिश से पीलीभीत में हाहाकार, दर्जनों गांवों में बाढ़, ग्रामीणों ने पेड़ों पर चढ़कर बचाई जान
पीलीभीत। उत्तरप्रदेश के पीलीभीत जिले में बारिश और उत्तराखंड के शारदा बनबसा बैराज से छोड़ा गया पानी आम लोगों के लिए मुसीबत लेकर आया है। बैराज से पानी छोड़ने के बाद शारदा के किनारे पर बने दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। हालात ऐसे हैं कि गांव में पानी घरों में घुस चुका है और उनके कच्चे मकान हैं। बाढ़ का पानी घर में आने के बाद भी ग्रामीणों पानी में ही रहने को मजबूर हैं।
शारदा बनबसा से पानी छोड़े जाने के कारण खेत जलमग्न हो गए हैं और किसानों की फसल भी पानी में पूरी तरह समा गई है।पहले तो बेमौसम बारिश ने खेतों में खड़ी फसल को नुकसान पहुंचाया और उसके बाद बैराज से छोड़े गए पानी ने किसानों को बर्बाद कर दिया है।
थाना हजारा इलाके के बाजार घाट व राघव पूरी सहित दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में हैं लेकिन प्रशासन की तरफ से किसी भी तरह का कोई इंतजाम नहीं किया गया है। पिछली बार भी यहां किसानों का हजारों एकड़ गन्ना शारदा नदी में समा गया था। किसान अभी उस दर्द से उबर भी नहीं पाए थे, वहीं अब बारिश और बैराज के पानी ने जिंदगी को तबाह कर दिया।
ग्रामीणों के घरों में पानी घुसने की वजह से लोग के पास इलाके से पलायन की सिवाय कोई दूसरा रास्ता नहीं रह गया है। अब ग्रामीण सामान ले जाकर ऊंची-ऊंची जगहों पर पहुंच रहे हैं लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों का कोई भी सहयोग नहीं है।
वहीं सोशल मीडिया पर पीलीभीत के माधोटांडा क्षेत्र के मझारा सेंटर के कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें ग्रामीण बाढ़ के पानी में फस गए हैं और अपनी जान बचाने के लिए पेड़ पर चढ़कर बैठे हुए हैं।
लगभभ आधा दर्जन लोग प्रशासन की मदद का पेड़ पर बैठकर इंतजार कर रहे हैं। प्रशासन को जब पता था कि शारदा बनबसा बैराज से पानी छोड़ा जाएगा, जो कई गांवों में तबाही मचा देगा तो उसे पहले से अलर्ट रहना चाहिए था।