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Last Updated :पटना। , मंगलवार, 25 नवंबर 2025 (21:09 IST)

बिहार में योगी मॉडल, एंटी रोमियो स्क्वाड का होगा गठन, यह किस तरह करेगा काम

Yogi Model in Bihar
Deputy CM Samrat Chaudhary: बिहार के गृहमंत्री और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने पदभार संभालते ही उत्तर प्रदेश की तर्ज पर राज्य में एंटी-रोमियो स्क्वाड के गठन करने की घोषणा की है। इसका मुख्‍य उद्देश्य स्कूलों और कॉलेजों के आसपास छात्राओं से छेड़छाड़ करने वाले मनचलों को रोकना है। गृहमंत्री चौधरी ने एंटी-रोमियो स्क्वॉड के अलावा सोशल मीडिया पर गाली-गलौज करने वालों और संगठित अपराधों, माफियाओं पर भी सख्ती बरतने की बात कही है।
 
चौधरी ने दिखाए सख्त तेवर : इसके तहत 'पिंक पेट्रोलिंग' की तर्ज पर पिंक मोबाइल पुलिस टीम की तैनाती की जाएगी। इन टीमों में मुख्य रूप से महिला पुलिसकर्मी शामिल होंगी ताकि वे त्वरित कार्रवाई कर सकें। खासकर स्कूल-कॉलेजों की छुट्टी के समय पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाएगा। डिप्टी सीएम चौधरी ने कार्यभार संभालने के बाद सख्‍त तेवर दिखाए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में करीब 400 बड़े माफियाओं और अपराधियों की पहचान की गई है, जिनमें से दो के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो चुकी है। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था और सुशासन सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, और अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
 
अधिकारियों के साथ बैठक : कार्यभार संभालते ही उन्होंने गृह विभाग के अधिकारियों, डीजीपी और कुछ पूर्व डीजीपी के साथ लंबी बैठक की। पुलिस अधिकारियों को संगठित अपराध पर सख्त कार्रवाई करने और कानून व्यवस्था में कोई कोताही न बरतने का स्पष्ट निर्देश दिया गया है। उन्होंने जेलों की निगरानी को भी सख्त करने का निर्देश दिया है, ताकि जेल से कोई भी आपराधिक गतिविधि न चल पाए। सम्राट चौधरी ने कहा कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में काम करेंगे। नीतीश कुमार ने बिहार में सुशासन का राज स्थापित किया है और वह उनके किए गए काम को ही आगे बढ़ाएंगे और इसे और मजबूत करेंगे।
 
यह यूपी का योगी मॉडल है : एंटी-रोमियो स्क्वॉड की अवधारणा मूल रूप से उत्तर प्रदेश की योगी सरकार से प्रेरित है। इसका उद्देश्य शिक्षण संस्थानों (स्कूलों, कॉलेजों), बाजारों, पार्कों और चौराहों के आसपास महिलाओं के लिए एक भयमुक्त और सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करना। सार्वजनिक स्थानों पर लड़कियों और महिलाओं के साथ होने वाली छेड़छाड़ (ईव टीजिंग), भद्दे कमेंट और अभद्र व्यवहार को रोकना। महिलाओं को उनके अधिकारों, आत्मरक्षा के तरीकों और हेल्पलाइन नंबरों (जैसे 1090, 112) के बारे में जागरूक करना है।
 
यह स्क्वॉड हर थाना क्षेत्र में गठित किया जाता है। प्रत्येक स्क्वॉड में पुलिसकर्मी होते हैं, जिसमें महिला पुलिसकर्मियों को शामिल करना अनिवार्य होता है। ये टीमें स्कूल, कॉलेज, कोचिंग सेंटर के खुलने और छूटने के समय विशेष रूप से सक्रिय रहती हैं। बाजारों, मॉल्स, पार्कों, बस स्टैंड जैसे सार्वजनिक स्थलों पर नियमित रूप से सादे कपड़ों में और यूनिफॉर्म में गश्त करती हैं।
 
पहली बार में काउंसलिंग : मनचलों की पहचान करना जो अनावश्यक रूप से घूम रहे हों या लड़कियों को परेशान कर रहे हों। पहली बार पकड़े गए शोहदों की काउंसलिंग की जाती है, और उनके माता-पिता/अभिभावकों को थाने बुलाया जाता है। उनसे माफीनामा भरवाने के बाद सख्त चेतावनी देकर छोड़ा जाता है। बार-बार ऐसी हरकतें करने वालों या गंभीर अपराध करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाता है और कानून के तहत सख्त कार्रवाई की जाती है। यह स्क्वॉड "मिशन शक्ति" कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षित, सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 
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