फर्जी कॉल सेंटर रैकेट का भंड़ाफोड़, 5 गिरफ्तार
देहरादून। उत्तराखंड पुलिस ने क्म्प्यूटर में आए वायरस को ठीक करने के नाम पर दूसरे देशों के कई लोगों को करोड़ों डॉलर का चूना लगाने वाले एक फर्जी काल सेंटर रैकेट का भंड़ाफोड़ करते हुए उसके 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
देहरादून की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती ने बताया कि बुधवार की रात यहां के क्लीमेंट टाउन और पटेल नगर क्षेत्रों से गिरफ्तार किए गए लोगों में एक कॉल सेंटर का निदेशक और 4 विभिन्न कॉल सेंटरों के 4 टेक्नीशियन शामिल हैं तथा कनाडियाई पुलिस और माइक्रोसॉफ्ट कंपनी द्वारा दर्ज की गई शिकायतों के अनुसार फर्जी कॉल सेंटरों के लोग अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के प्रतिनिधि बनकर संपर्क करते थे।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि ये लोग उन लोगों को बताते थे कि उनके कम्प्यूटर में वायरस आ गया है और उसे हटाने के लिए ये लोग प्रत्येक से 2,500 अमेरिकी डॉलर ले लेते थे। इन लोगों द्वारा ठगी गई सही धनराशि का अभी तक पता नहीं चल पाया है लेकिन यह पता चला है कि इन लोगों ने कम्प्यूटर में तकनीकी खराबी ठीक करने के लिए लोगों को करोड़ों डॉलरों का चूना लगाया।
निवेदिता ने बताया कि कॉल सेंटरों में छापे के दौररान 27 हार्डडिस्क, 4 कम्प्यूटर सर्वर, 3 लैपटॉप, 3 मोबाइल फोन और 1 पैन ड्राइव भी बरामद की गई है। गिरफ्तार लोगों में से एक झारखंड का रहने वाला है जबकि बाकी चारों देहरादून शहर के निवासी है। आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं तथा आईटी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। (भाषा)