बिहार की जोकीहाट विधानसभा सीट, जहां तीन दशक से पिता-पुत्र का कब्जा है
अररिया। बिहार में अररिया जिले का जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र साढ़े तीन दशक से पिता-पुत्र की जीत का गवाह बनता आ रहा है।
जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र के लिए 28 मई को हो रहे उपचुनाव में मुख्य विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने पार्टी के दिग्गज नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री मो. तस्लीमुद्दीन और उनके पुत्र एवं अररिया के सांसद सरफराज आलम के छोटे भाई शहनवाज आलम को चुनावी दंगल में उतारा है। यह सीट मो. तस्लीमुद्दीन का गढ़ माना जाता रहा है।
जोकीहाट विधानसभा क्षेत्र से मो. तस्लीमुद्दीन ने वर्ष 1969, 1972, 1977, 1985 और 1995 के चुनाव में जीत दर्ज की थी। इसके बाद मो. तस्लीमुद्दीन के पुत्र सरफराज आलम वर्ष 1996, 2000, 2010 और 2015 में इस सीट से विजयी हुए थे। लगभग नौ वर्षों तक इस सीट पर पिता-पुत्र का कब्जा बना रहा। एक बार फिर इस सीट से राजद ने मो. तस्लीमुद्दीन के छोटे पुत्र शहनवाज आलम को उम्मीदवार बनाकर दाव खेला है।
उल्लेखनीय है कि सरफराज आलम के अररिया लोकसभा उपचुनाव जीतने के बाद सीट रिक्त होने के कारण जोकीहाट सीट पर उपचुनाव हो रहा है। इस सीट के लिए 28 मई को वोट डाले जाएंगे, जबकि मतगणना 31 मई को होगी। इस क्षेत्र से कुल नौ उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला जदयू और राजद के बीच तय माना जा रहा है। (वार्ता)