केजरीवाल की योजनाओं को उपराज्यपाल ने लटकाया
नई दिल्ली। दिल्ली के राजस्व मंत्री कैलाश गहलोत ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि उपराज्यपाल ने बुजुर्गों के लिए प्रस्तावित 'तीर्थयात्रा' योजना पर ऐतराज जताया था। गहलोत के इस आरोप के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल पर आप सरकार की सभी परियोजनाओं की राह में रोड़े अटकाने का आरोप लगाया।
दिल्ली सरकार के वर्ष 2018-19 के बजट में प्रस्तावित 'तीर्थयात्रा' योजना के तहत केजरीवाल सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों को नि:शुल्क तीर्थयात्रा पर भेजने की योजना बनाई है। मुख्यमंत्री ने भाजपा से यह भी कहा कि वह उनकी सरकार के काम में बाधाएं खड़ी नहीं करे।
केजरीवाल ने ट्वीट किया कि मुझे बहुत दु:ख हो रहा है कि उपराज्यपाल दिल्ली सरकार की हर योजना और हर परियोजना में बाधा खड़ी कर रहे हैं। भाजपा से मेरी अपील है कि वह हमारे काम में रोड़े न अटकाए। मैं दूसरे राज्यों में आपकी सरकारों को चुनौती देता हूं कि वे मेरी सरकार के कामकाज से प्रतिस्पर्धा करें।
दिल्ली सरकार ने 'तीर्थयात्रा' योजना के लिए 53 करोड़ रुपए आवंटित करने का प्रस्ताव किया है। इस योजना का मकसद ऐसे 77,000 बुजुर्ग लोगों को तीर्थयात्रा पर भेजना है, जो दिल्ली के प्रामाणिक निवासी हैं।
गहलोत ने आरोप लगाया कि उपराज्यपाल अनिल बैजल ने इस योजना पर ऐतराज जताया और कहा कि यह गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) श्रेणी के लोगों तक सीमित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बैजल भूल गए हैं कि कई बच्चे अपने बुजुर्ग माता-पिता की मदद नहीं करते और ऐसे माता-पिता सरकारी योजना का लाभ उठाकर खुश होंगे।
गहलोत ने ट्वीट किया कि अब उपराज्यपाल ने 'तीर्थयात्रा' योजना पर ऐतराज जताया है और वे इसे बीपीएल तक सीमित रखना चाहते हैं। वे भूल गए हैं कि कई बच्चे अपने बुजुर्ग माता-पिता की मदद नहीं करते। मंत्री ने कहा कि वे सरकारी समर्थन पाकर खुश होंगे और सारी सरकारी सुविधा बीपीएल तक ही सीमित नहीं रहनी चाहिए। (भाषा)