गाँधी ने किसान मजदूर रैली को संबोधित करते हुए कहा कि भूमि अधिग्रहण के मामले में किसानों की आवाज सुनी जानी चाहिए। उन्हें लाठी-गोली के बल पर दबाया नहीं जाना चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष ने इस रैली के जरिए पश्चिमी उत्तरप्रदेश में लोकसभा चुनाव प्रचार का शंखनाद करते हुए मायावती सरकार को केन्द्र से मिल रही धनराशि का सही इस्तेमाल नहीं करने के लिए आडे़ हाथों लिया और उसे आगाह किया कि यह धन जनता का है उत्तरप्रदेश सरकार का नहीं तथा इसे बिना भेदभाव के जनता तक पहुँचना चाहिए।