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Last Modified: मंगलवार, 19 मार्च 2024 (17:51 IST)

सीधी लोकसभा सीट पर भाजपा को भितरघात का डर,ओबीसी-आदिवासी वोटर्स के सहारे उलटफेर की कोशिश में कांग्रेस

सीधी लोकसभा सीट पर भाजपा को भितरघात का डर,ओबीसी-आदिवासी वोटर्स के सहारे उलटफेर की कोशिश में कांग्रेस - Interesting contest between BJP and Congress for direct Lok Sabha seat
मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव में पहले चरण में 19 अप्रैल को वोटिंग होगी। पहले चरण में प्रदेश की 6 लोकसभा सीटों सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और छिंदवाड़ा में वोट डाले जाएंगे। बुधवार से इन सभी 6 सीटों पर नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरु हो जाएगी। पहले चरण में विंध्य क्षेत्र की सीधी लोकसभा सीट ऐसी है जहां पर चुनाव मुकाबला रोचक हो सकता है।

भाजपा ने उतारा नया चेहरा-सीधी लोकसभा सीट पर भाजपा ने रीति पाठक के जगह डॉ. राजेश मिश्रा को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं कांग्रेस ने पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। 2019 के लोकसभा चुनाव में सीधी लोकसभा सीट पर भाजपा की रीति पाठक जीती थी। उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता अजय सिंह को हराया था। सांसद रीति पाठक को पार्टी हाईकमान ने पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में सीधी विधानसभा सीट  से चुनावी मैदान में उतारा था और वह वर्तमान में भाजपा की विधायक है। ऐसे मे इस बार पार्टी ने डॉ. राजेश मिश्रा को अपना उम्मीदवार बनाया है।

कांग्रेस ने दिग्गज चेहरे पर लगाया दांव-सीधी लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने अपने दिग्गज चेहरे पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल पर दांव लगाया है। कमेश्वर पटेल कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री थे और वर्तमान में पार्टी की सर्वोच्च कमेटी AICC की सदस्य है। कमलेश्वर पटेल की गिनती राहुल गांधी के करीबी नेताओं में होती है। हलांकि विधानसभा चुनाव में कमलेश्वर पटेल को सिहावल विधानसभा सीट से हार का सामना करना पड़ा था।

भाजपा बनाम कांग्रेस का मुकाबला-सीधी लोकसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार डॉ. राजेश मिश्रा और कांग्रेस  उम्मीदवार कमलेश्व पटेल के बीच सीधा मुकाबला है। भाजपा उम्मीदवार डॉ राजेश मिश्रा 2008 में सीधी विधानसभा से चुनाव लड़े थे लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वहीं कांग्रेस उम्मीदवार कमलेश्वर पटेल को विधानसभा चुनाव में सिहावल सीट से हार का सामना करना पड़ा था। कमलेश्वर पटेल विधानसभा चुनाव में 16,478 वोटों से हार गए थे। सीधी लोकसभा सीट की आठ विधानसभा सीटों में से वर्तमान में सात सीटों पर भाजपा का कब्जा है। वहीं एक मात्र सीट चुरहट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता अजय सिंह चुनाव जीते थे।

भाजपा को भितरघात का डर- सीधी लोकसभा सीट प्रदेश की एकमात्र ऐसी सीट है जहां पर भाजपा उम्मीदवार का खुला विरोध हुआ है। ड़ॉ. राजेश मिश्रा के टिकट का एलान होते ही भाजपा के राज्यसभा सदस्य और टिकट के दावेदार अजय प्रताप सिंहं राज्यसभा सीट से इस्तीफा देने के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। अजय प्रताप सीधी लोकसभा सीट से टिकट की दावेदारी कर रहे थे और अब वह निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरने  की  तैयारी में है। ऐसे में अब सीधी  लोकसभा सीट पर भाजपा को चुनाव में पार्टी के अंदर भितरघात का डर सताने लगा है।

सीधी लोकसभा सीट-सीधी लोकसभा सीट पर वोटरों की बात करें तो कुल संख्या 20,21,375 है। इनमें पुरुष 10,47,933 और महिला 9,73,442 हैं। सीधी लोकसभा सीट में आठ विधानसभा सीटें आती है। सीधी लोकसभा सीट पर आदिवासी वोटर्स निर्णायक भूमिका निभाता है। इसका कराण है कि सीधी लोकसभा सीट की चार विधानसभा सीट चित्रंगी, देवसर, धौहनी और बेहरी एसटी वर्ग के लिए आरक्षित हैं। ऐसे में आदिवासी वोटरों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। इसके साथ सीधी लोकसभा सीट पर ओबीसी वोटर्स की बड़ी संख्या है। कांग्रेस उम्मीदवार कमलेश्वर पटेल ओबीसी वर्ग से आते है। ऐसे में चुनावी मुकाबला काफी दिलचस्प हो सकता है।

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