अमेरिका में एनआरआई को संबोधित करेंगे राहुल
नई दिल्ली। मोदी सरकार के आने के 3 साल बाद राहुल गांधी ने पीएम मोदी की नकल करना शुरू कर दिया है। राहुल गांधी भी पीएम मोदी की तर्ज पर विदेशों में जाकर रह रहे अप्रवासी भारतीयों को संबोधित करने वाले हैं।
विदित हो कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पिछले रविवार से 2 हफ्ते के अमेरिका दौरे पर हैं। यहां वे अंतरराष्ट्रीय एवं तकनीकी मामलों पर अमेरिका में वैश्विक चिंतकों, राजनीतिक नेताओं और वहां रह रहे प्रवासी भारतीयों के साथ चर्चा करने वाले हैं। राहुल गांधी के कार्यक्रम के आयोजकों के मुताबिक राहुल गांधी अमेरिका के विभिन्न राज्यों का दौरा भी करने वाले हैं।
अपनी यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने बर्कले स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में पिछले सोमवार को 'समकालीन भारत और विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र की आगे की राह' विषय पर व्याख्यान दिया। इससे पहले भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने 1949 में बर्कले में भाषण दिया था।
राहुल गांधी की यात्रा की तैयारियों में शामिल प्रसिद्ध टेक्नोक्रैट सैम पित्रोदा ने कहा कि इस यात्रा के 2 मकसद हैं। पहला मकसद दिलचस्प व वैश्विक विचारकों से मुलाकात करके अर्थव्यवस्था, तकनीक, अवसरों पर विश्व में हो रहे घटनाक्रमों पर बातचीत करना तथा वैश्विक परिदृश्य पर विशेषज्ञों के विभिन्न विचारों को सुनना है।
पित्रोदा ने भारत के दूरसंचार क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री और राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी के साथ करीब 1 दशक तक काम किया था। पित्रोदा ने बताया कि राहुल गांधी न्यूयॉर्क में प्रवासी भारतीयों से मुलाकात करने के साथ ही वे अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी भी जाएंगे। यहां वे ‘सेंटर फॉर अमेरिकन प्रोग्रेस’ के एक समारोह में थिंक टैंक समुदाय के सदस्यों को संबोधित करेंगे। इसके साथ ही अमेरिका-भारत व्यापार परिषद के एक अन्य कार्यक्रम में कॉर्पोरेट विश्व के साथ वार्ता करेंगे।
पित्रोदा ने कहा कि राहुल गांधी की यात्रा का दूसरा मकसद सत्तारूढ़ रिपब्लिकन पार्टी के कुछ सदस्यों से बैठक करना है। इनमें से अधिकतर बैठकें छोटी और निजी होंगी। उन्होंने कहा कि वे समझना चाहते हैं कि वैश्विक स्तर पर क्या हो रहा है और स्थिति का वैश्विक नजरिया क्या है।
बता दें कि राहुल गांधी ने कई बार अमेरिका की यात्रा की है लेकिन उनके राजनीतिक करियर में संभवत: यह पहली बार है, जब वे जनसभा करेंगे, राजनीतिक नेताओं से मुलाकात करेंगे और देश में भाषण देंगे।
पित्रोदा ने कहा कि आप जानते हैं कि उन्हें बाहर जाकर अपने विचार व्यक्त करने की आवश्यकता है। वे अपनी यात्राओं के बारे में शायद सार्वजनिक रूप से बात नहीं करते, लेकिन मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है कि वे इस बार बड़ी संख्या में लोगों और विदेश में रह रहे कांग्रेस के सदस्यों से मुलाकात करें।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी सिलिकॉन वैली के लोगों से मिलेंगे, जहां तकनीक, प्रतिभा और भारतीय ‘दिमागी शक्ति’ केंद्रित है। राहुल गांधी प्रिंसटन यूनिवर्सिटी में भी सभा को संबोधित करेंगे।