विभाजन के अमानवीय अध्याय को कभी नहीं भुलाया जा सकता : अमित शाह
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने विभाजन का दंश झेलने वाले लोगों को रविवार को श्रद्धांजलि दी और कहा कि भारत के इतिहास के इस अमानवीय अध्याय को कभी नहीं भुलाया जा सकता। उन्होंने कहा कि विभाजन की हिंसा और घृणा ने लाखों लोगों की जान ले ली व असंख्य लोगों को विस्थापित होना पड़ा।
उन्होंने कहा कि विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस युवा पीढ़ी को देशवासियों की पीड़ा की याद दिलाएगा और नागरिकों को हमेशा के लिए शांति व सद्भाव बनाए रखने के लिए प्रेरित करेगा। शाह ने ट्वीट किया, 1947 में हुआ देश का विभाजन भारतीय इतिहास का वो अमानवीय अध्याय है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।
विभाजन की हिंसा और घृणा ने लाखों लोगों की जान ले ली व असंख्य लोगों को विस्थापित होना पड़ा। आज विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर बंटवारे का दंश झेलने वाले लाखों लोगों को नमन करता हूं।
उन्होंने लिखा, विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस देश की युवा पीढ़ी को विभाजन के दौरान लोगों द्वारा सही गई यातना एवं वेदना का स्मरण कराएगा और देशवासियों को देश में सदा शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए प्रेरित भी करेगा।
वर्ष 1947 में भारत के विभाजन के दौरान हुए सांप्रदायिक दंगों में लाखों लोग विस्थापित हुए थे और बड़ी संख्या में लोग मारे गए थे। भारत सोमवार को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाएगा।(भाषा)