बिप्लब देव का बेतुका बयान, टैगोर ने अंग्रेजों के विरोध में लौटाया था नोबेल
अगरतला। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देव के विवादित बयानों का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। उन्होंने रविंद्र नाथ टैगोर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि टैगोर ने अंग्रेजों का विरोध करते हुए अपना नोबेल पुरस्कार लौटा दिया था।
उल्लेखनीय है कि कवि, उपन्यासकार, नाटककार, चित्रकार और दार्शनिक रवींद्रनाथ टैगोर ने जलियावाला बाग हत्याकांड के विरोध में ब्रिटिश राजा द्वारा दिए गए नाइटहुड के खिताब को लौटा दिया था लेकिन उन्होंने स्वीडिश अकादमी द्वारा दिए गए नोबल पुरस्कार को कभी नहीं लौटाया था।
बिप्लब देव के विवादित बयान : बिप्लब देब सबसे पहले महाभारत काल में इंटरनेट और सैटेलाइट होने का दावा कर सुर्खियों में आए थे। इसके बाद उन्होंने कहा था कि डायना हेडन भारतीय महिलाओं की सुंदरता की नुमाइंदगी नहीं करतीं, ऐश्वर्या राय करती हैं। इस बयान पर खूब बवाल मचा।
एक अन्य विवादास्पद बयान में उन्होंने कहा था कि युवा कई सालों तक राजनीतिक दलों के पीछे सरकारी नौकरी के लिए पड़े रहते हैं। वह अपने जीवन का महत्वपूर्ण समय यहां-वहां दौड़-भाग कर सरकारी नौकरी की तलाश में बर्बाद करते हैं। अगर वह राजनीतिक दलों के पीछे भागने की बजाय पान की दुकान लगा ले तो उसके बैंक खाते में अब तक 5 लाख रुपए जमा होते।