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Last Updated : मंगलवार, 2 जुलाई 2024 (22:09 IST)

UP Hathras Stampede Updates : क्या थी हाथरस में भगदड़ की वजह, बड़ा खुलासा, सत्संग कराने वाले बाबा फरार

UP Hathras Stampede Updates : क्या थी हाथरस में भगदड़ की वजह, बड़ा खुलासा, सत्संग कराने वाले बाबा फरार - Stampede during satsang in Hathras
UP Hathras Stampede Updates : उत्तरप्रदेश के हाथरस में सत्संग भीड़ में हादसे में 100 लोगों के जान जाने की आशंका जताई जा रही है। इस सत्संग में 50 हजार से ज्यादा लोग पहुंचे थे। पंडाल में भयानक उमस और गर्मी के कारण भगदड़ जैसी स्थिति बन गई और लोगों की जान चली गई। अलीगढ़ परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) शलभ माथुर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि हाथरस में भगदड़ की घटना में 116 लोगों की मौत हो गई है। हाथरस के सिकंदराराऊ के पास सत्संग में हुई भगदड़ की घटना के बाद राहत और बचाव कार्य के लिए पीएसी की तीन कंपनी और एसडीआरएफ की टीम मौके पर रवाना की गई हैं। 
हेल्पलाइन नंबर हुए जारी : हाथरस के थाना सिकंदराराऊ क्षेत्र के अंतर्गत पुलिस प्रशासन ने आम लोगों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 9259189726 तथा 9084382490 जारी किए हैं।  
जिला अधिकारी (DM) आशीष कुमार के मुताबिक अत्यधिक उमस के कारण यह हादसा हुआ है। मरने वालों की संख्या पूछे जाने पर जिलाधिकारी कुमार ने कहा कि अभी घायलों को अस्पताल भेजा जा रहा है और प्रशासन की प्राथमिकता घायलों का समुचित उपचार कराना और मृतकों के परिवारों को प्रशासनिक सहायता पहुंचाना है।पुलिस ने बताया कि हाथरस के सत्संग में मची भगदड़ में मरने वालों में से 14 लोगों की शिनाख्त हो गई है। ये मृतक कासगंज, एटा, शाहजहांपुर, हाथरस, बुलंदशहर और मथुरा के हैं। 
हमारी मेरठ संवाददाता के मुताबिक पीड़ितों ने बताया कि समागम स्थल पर भगदड़ नही हुई, बल्कि सड़क पर भगदड़ मची है। पुलिस प्रशासन की वजह से घटना घटित हुई है। सरकार दोषियों पर एक्शन लें, एफआईआर दर्ज करें। मृतका के बेटे ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने धक्का दिया, जब यह पूछा कि मां की लाश का क्या करें। तो डीएम ने कहा घर ले जाओ।
क्या बोलीं चश्मदीद : सत्संग में शामिल रहीं चश्मदीद महिला ने बताया कि जैसे ही बाबा का कार्यक्रम खत्म हुआ, काफी गर्मी थी। लोग इधर-उधर जाने लगे. इसी दौरान भगदड़ मच गई. लोग एक दूसरे पर गिर रहे थे। सत्संग स्थल ऊबड़-खाबड़ था. एक अन्य चश्मदीद ने बताया कि सत्संग स्थल पर कीचड़ था। 
मीडिया खबरों के बताया गया कि भोले बाबा के सत्संग में जो भी भक्त जाता है, उसे वहां पानी बांटा जाता है। बाबा के अनुयायी ऐसा मानते हैं कि इस पानी को पीने से उनकी समस्याएं खत्म हो जाती हैं। बाबा का पटियाली तहसील के बहादुर नगर गांव में स्थित आश्रम में भी दरबार लगता है।

यहां आश्रम के बाहर एक हैंडपंप भी है। दरबार के दौरान इस हैंडपंप का पानी पीने के लिए भी लंबी लाइन लगती है। कहा जा रहा है कि इस पानी को पीने के लिए लंबी लाइन लगी थी और इस बीच भगदड़ मच गई। 
50 हजार से ज्यादा लोग थे शामिल : कासगंज जनपद की पटियाली तहसील से चार किमी दूर गांव बहादुर नगर में भोलेबाबा का अपना घर है। वहीं उनका आश्रम बना हुआ है, जहां हर मंगलवार को भोलेबाबा के भक्तों का आश्रम पर आना होता है। हाथरस जिले के मुगलगढ़ी गांव में मंगलवार को भोले बाबा का सत्संग चल रहा था, एक ही दिन के सत्संग का आयोजन किया गया था।

कौन है भोले बाबा : भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि का असली नाम सूरज पाल है। बाबा ने खुद दावा किया था कि 26 साल पहले वो सरकारी नौकरी छोड़ उत्तर प्रदेश के अलग-अलग गांव-कस्बे में धार्मिक प्रवचन करने लगे थे। भोले बाबा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली समेत देशभर में लाखों अनुयायी हैं। सत्संग में यह बाबा दावा करते है कि मैं पहले आईबी में नौकरी करता था। यूपी पुलिस में भी रहा है, ऐसा दावा किया जाता है कि वीआरएस लेकर बाबा बन गए। नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा एटा के पटियाली तहसील के गांव बहादुर नगरी का रहने वाला है। बाबा ने तैनाती के दौरान सत्संग शुरू किया। फिर नौकरी छोड़कर सूरज पाल साकार विश्व हरि भोले बाबा बन गया और पटियाली में अपना आश्रम बनाया।
 
आयोजकों के खिलाफ FIR : उत्तरप्रदेश के हाथरस भगदड़ की घटना पर अलीगढ़ कमिश्नर चैत्रा वी. ने बताया कि मृतकों की संख्या 116 है और घायलों की संख्या 18 है। हाथरस भगदड़ घटना पर अलीगढ़ के IG शलभ माथुर ने बताया कि FIR दर्ज़ हो रही है। आयोजकों के खिलाफ FIR होगी। प्रथम दृष्टया सामने आ रहा है कि जितने लोगों के लिए अनुमति मांगी थी उससे ज्यादा लोग आए हैं। इनपुट एजेंसियां