डीपी कोहली के बाद शुक्ला सीबीआई निदेशक बनने वाले मप्र के दूसरे अधिकारी
नई दिल्ली। सीबीआई के नए निदेशक ऋषि कुमार शुक्ला प्रतिष्ठित पद पर आसीन होने वाले मध्यप्रदेश कैडर के दूसरे अधिकारी हैं। उनसे पहले एजेंसी के संस्थापक निदेशक डीपी कोहली मध्यप्रदेश कैडर से थे। अधिकारियों ने बताया कि 58 वर्षीय शुक्ला को शनिवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का निदेशक नियुक्त किया गया। वे भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 1983 बैच के अधिकारी हैं। सीबीआई की स्थापना 1963 में की गई थी।
वे करीब ढाई बरस तक मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक रहे। वे राज्य के पुलिस प्रमुख रहने के दौरान बलात्कार के मामलों की त्वरित जांच सुनिश्चित करने के लिए जाने जाते हैं। इस वजह से ऐसे जघन्य अपराधों की संख्या में गिरावट आई थी। उन्होंने बताया कि ग्वालियर के रहने वाले शुक्ला ने दर्शन में परास्नातक किया है।
शुक्ला ने सुनिश्चित किया कि आपराधिक मामलों में जल्द से जल्द आरोप पत्र दायर हो ताकि मुकदमे की सुनवाई वक्त पर शुरू हो सके और इंसाफ मिलने में होने वाली देरी को न्यूनतम किया जा सके। अधिकारियों ने बताया कि हालांकि उन्होंने सीबीआई में पहले काम नहीं किया है, लेकिन वे खुफिया ब्यूरो में रहे हैं, जहां उन्होंने कई संवेदनशील मामले संभाले।
राष्ट्रीय पुलिस अकादमी से उत्तीर्ण (पास) होने के बाद शुक्ला रायपुर, दमोह, शिवपुरी और मंदसौर जिलों में विभिन्न पदों पर सेवाएं दे चुके हैं। बाद में उन्हें राज्य का पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया था। हाल में उनका तबादला डीजीपी के पद से भोपाल में मध्यप्रदेश पुलिस भवन निगम में बतौर अध्यक्ष के पद पर किया गया था।
उन्होंने बताया कि शुक्ला ने संकट प्रबंधन और बंधक वार्ता पर अमेरिका में प्रशिक्षण लिया है और इसके अलावा उन्होंने लंदन में भी प्रशिक्षण लिया है। शुक्ला को 2 साल के तय कार्यकाल के लिए सीबीआई निदेशक बनाया गया है। वे देश की प्रमुख जांच एजेंसी के प्रमुख का कार्यभार उस वक्त संभाल रहे हैं, जब सीबीआई विवादों से घिरी हुई है।
सीबीआई प्रमुख का पद 10 जनवरी को तत्कालीन निदेशक आलोक वर्मा को पद से हटाने के बाद से खाली है। वर्मा और गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी तथा सीबीआई के पूर्व विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के बीच भ्रष्टाचार को लेकर आरोप-प्रत्यारोप चल रहा था। दोनों ने एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। सीबीआई की स्थापना 1963 में कैबिनेट के एक प्रस्ताव के जरिए की गई थी और विशेष पुलिस प्रतिष्ठान के तत्कालीन प्रमुख धर्मनाथ प्रसाद कोहली को इसका पहला निदेशक नियुक्त किया गया था। (भाषा)